बढ़ता वजन लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी है। वजन को अगर लम्बे समय तक कंट्रोल नहीं किया जाए तो डायबिटीज,ब्लड प्रेशर,दिल के रोग और कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। डाइट और एक्सरसाइज नहीं की जाए तो उम्र बढ़ने के साथ वजन भी बढ़ने लगता है। बढ़ते वजन का सबसे ज्यादा प्रभाव पैरों पर पड़ता है। बॉडी का सारा भार घुटने और पैरों पर आ जाता है। पैरों पर शरीर का पूरा वजन आ जाने से घुटनों में दर्द की शिकायत होने लगती है। ऐसे में अगर आप मोटापे के शिकार हैं तो आपके शरीर का वज़न आपके घुटनों व जोड़ों का दुश्मन बन सकता है। बढ़ता वजन कम उम्र में ही लोगों को ऑस्टियोआर्थराइटिस का शिकार बना देता है।
आप भी अगर ऑस्टियोआर्थराइटिस से जूझ रहे हैं और दर्दनिवारक दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो सबसे पहले अपने वजन को नोट कर लें। बढ़ता वजन आपके घुटनों और जोड़ों के दर्द का कारण बन सकता है।
फोर्टिस हॉस्पिटल,मुंबई के कंसल्टेंट-ऑर्थोपेडिक्स डॉ. स्वप्निल केनी कहते हैं कि वजन घटाने से शरीर की अतिरिक्त चर्बी से जुड़ी सूजन कम हो जाती है जिससे जोड़ों का दर्द कम होता है और हड्डियों के दर्द से निजात मिलती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ऑस्टियोआर्थराइटिस के दर्द से छुटकारा पाने के लिए किस तरह वजन को कम करें और घुटनों का दर्द व वजन का किस तरह आपस में संबंध है।
वजन और घुटनों के दर्द के बीच संबंध
बढ़ा हुआ वजन या मोटापा घुटने में ऑस्टियोआर्थराइटिस के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शरीर का बढ़ता वजन घुटनों के दर्द का कारण बनता है। क्योंकि बॉडी का सारा भार घुटने और पैरों पर ही पड़ता है। बढ़ता वजन समय के साथ जोड़ों में घिसाव को तेज कर सकता है, जिससे ऑस्टियोआर्थराइटिस की शुरुआत हो सकती है।
मेटाबोलिक सिंड्रोम,या हेल्थ कंडीशन जिसमें हाई ब्लड प्रेशर,हाई ब्लड शुगर और असामान्य कोलेस्ट्रॉल स्तर शामिल हैं, घुटने में ऑस्टियोआर्थराइटिस के विकास के जोखिम को और तेजी से बढ़ा देता हैं। मेटाबोलिक सिंड्रोम के ये घटक आपस में जुड़े हुए हैं और शरीर में क्रॉनिक सूजन को बढ़ाते हैं। बढ़ते वजन से घुटनों के कार्टिलेज घिसने लगते हैं और घुटनों में दर्द की परेशानी बढ़ने लगती है।
घुटनों के दर्द को दूर करने के लिए किस तरह करें वजन को कंट्रोल
अगर आप ऑस्टियोआर्थराइटिस से जूझ रहे हैं, घुटने के दर्द से उठा-बैठा नहीं जाता है तो आप सबसे पहले वजन को कंट्रोल करें। वजन कम करने के लिए आप संतुलित आहार का सेवन करें। बॉडी को एक्टिव रखें। बॉडी को एक्टिव रखने के लिए स्वीमिंग करें, साइकिल चलाएं और वॉक करें। दवाई से ज्यादा दर्द को दूर करने के उपायों पर ध्यान दें। आप जानते हैं कि अगर आप वॉक और एक्सरसाइज की मदद लें तो आप आसानी से 5 महीनों में दस किलों वजन घटा सकते हैं।
वजन ज्यादा है और घुटनों के दर्द से परेशान हैं तो इन टिप्स को अपनाएं
- घुटनों के दर्द से परेशान रहते हैं तो सुरज के संपर्क में रहें। बॉडी में विटामिन डी की पूर्ति के लिए कुछ देर धूप में रहना जरूरी है।
- अत्यधिक क्रॉस-लेग्ड बैठने या जमीन पर बैठने से बचें। कोशिश करें कि कुर्सी पर उठे बैठें ताकि उठने-बैठने में दर्द का सामना नहीं करना पड़ें।
- कम प्रभाव वाली एक्सरसाइज करें जो दिल से लेकर घुटनों तक के लिए सुरक्षित रहें।
- रेगुलर वॉक और एक्सरसाइज करें। वॉक करने का समय धीरे धीरे बढ़ाएं ताकि घुटनों पर असर नहीं पड़े।
- वजन कम करने के लिए और घुटनों के दर्द को दूर करने के लिए आप स्वीमिंग करें। स्वीमिंग करने से कैलोरी तेजी से बर्न होती है और मांसपेशियों की टोनिंग में मदद मिलती है।