हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर मसाला है जिसका सेवन हम खाना पकाने में करते हैं। हल्दी का सेवन दूध के साथ भी किया जाता है। हल्दी सिर्फ मसाला ही नहीं है बल्कि ये कई बीमारियों का इलाज भी करती है। हल्दी का इस्तेमाल स्किन से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में बेहद किया जाता है। प्राचीन काल से ही हल्दी का इस्तेमाल जड़ी-बूटी के रूप में किया जा रहा है। गर्म तासीर की हल्दी का सेवन अगर दूध के साथ किया जाए तो सर्दी-जुकाम और खांसी से निजात मिलती है। हल्दी का सेवन करने से जोड़ों के दर्द से निजात मिलती है। वायरल इंफेक्शन और गले की खराश से निजात पाने में हल्दी बेहद उपयोगी है।
डिजिटल क्रिएटर डॉ. बर्ग के बताया कि गठिया, टेंडोनाइटिस और बर्साइटिस जैसी ऑटोइम्यून डिजीज में हल्दी दवा की तरह काम करती है। इसमें सूजन-रोधी गुण मौजूद होते हैं। इसका सेवन करने से किडनी की सेहत दुरुस्त रहती है और पैरों के दर्द से भी छुटकारा मिलता है। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर इस मसाले को लगातार 14 दिनों तक खाया जाए तो बॉडी पर इसका कई तरह से असर दिखता है।
14 दिनों तक हल्दी का सेवन करने से सेहत पर कैसा होता है असर?
फोर्टिस अस्पताल, नगरभवी, बेंगलुरु में डायटीशियन भारती कुमार ने बताया अगर लगातार दो सप्ताह तक अपनी डाइट में हल्दी को शामिल करें तो कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। हल्दी ट्राइग्लिसराइड के स्तर और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण मौजूद होते हैं जो घाव को भरने और संक्रमण को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। ये गुण रुमेटीइड गठिया को कंट्रोल करने में भी असरदार साबित होते हैं।
हल्दी गैस्ट्रिक जूस के उत्पादन को बढ़ाती है, पेट की जलन को कंट्रोल करती है और ब्लड में शुगर के स्तर को भी नॉर्मल करती है। मोटापा को कम करने में हल्दी का सेवन बेहद उपयोगी है। हल्दी में सक्रिय यौगिक करक्यूमिन मौजूद होता है जो फंगल से बचाव करता है। इसका सेवन करने से शरीर के अंदर खराब बैक्टीरिया का आक्रमण कंट्रोल रहता है।
क्या हल्दी का लगातार सेवन करने से हेल्थ के लिए जोखिम बढ़ता है?
एक्सपर्ट के मुताबिक हल्दी का ज्यादा सेवन करने से एलर्जी और दस्त जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। हल्दी में कैल्शियम ऑक्सालेट भी काफी मात्रा में होता है जिसका ज्यादा सेवन करने से किडनी स्टोन की परेशानी हो सकती है। हल्दी का सेवन हम खाने में करते हैं तो उसकी सीमित मात्रा का ही सेवन करें। डब्ल्यूएचओ (WHO) के मुताबिक नियमित आहार में हल्दी की आदर्श मात्रा लगभग 200 मिलीग्राम है।