चीनी हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जिसका सेवन हम चाय, दूध, मीठे पकवान जैसे मिठाईयों के रूप में करते हैं। चीनी छोड़ना थोड़ा मुश्किल काम है क्योंकि इसमें एडिक्शन होता है। अक्सर लोगों को सुबह उठते ही, दोपहर और रात का खाना खाने के बाद मीठा खाने की क्रेविंग होती है। आप जानते हैं कि चीनी खाने की लत उतनी ही होती है जितनी दूसरी नशे की दवाइयों और ड्रग्स की होती है। हमारी बॉडी शुगर को इंटेक्स करने के लिए बार-बार क्रेविंग करती है। जितना हम खाते हैं उतनी ही इसका सेवन करने की आदत बनी रहती है जिसकी वजह से हम शुगर का सेवन करना नहीं छोड़ पाते हैं। 

आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक अगर दो हफ्तों के लिए शुगर का सेवन करना बंद कर दिया जाए तो आपकी बॉडी के लिए ये करिश्माई साबित होता है। चीनी का सेवन सिर्फ 15 दिनों तक नहीं करने से आपकी बॉडी में सिर्फ शारीरिक बदलाव ही नहीं होंगे बल्कि आपकी मानसिक सेहत में भी बदलाव देखने को मिलेंगे। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि दो हफ्तों तक चीनी का सेवन नहीं करने से बॉडी में कौन-कौन से बदलाव होते हैं।  

दिमागी सेहत रहेगी दुरुस्त

अगर आप चीनी का सेवन करना 15 दिनों तक बंद कर देंगे तो आपकी मानसिक सेहत में भी सुधार होगा। चीनी का ज्यादा सेवन करने से आपका मेमोरी फंक्शन और दिमाग की अलर्ट्स प्रभावित होती है। 2014 में न्यूट्रिशनल न्यूरोसाइंस की मैगजीन में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग ज्यादा शुगर का सेवन करते हैं यानी फ्रुक्टोज का ज्यादा सेवन करते हैं तो उनकी मेमोरी फंक्शन कमजोर होता है। अगर आप रोजाना चीनी का सेवन करना बंद कर दें तो आपका दिमाग एलर्ट रहेगा और मेमोरी फंक्शन इंप्रूव होगा।

टाइप-2 डायबिटीज का खतरा हो जाएगा कम

अगर आप चीनी का सेवन करना बंद कर देंगे तो आपको डायबिटीज होने का खतरा कम रहेगा। वैसे तो डायबिटीज के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे जेनेटिक कारण, तनाव, ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। लम्बे समय तक चीनी का ज्यादा सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने  लगता है। अगर आप चीनी का सेवन करना बंद कर दें तो इंसुलिन रेजिस्टेंस होने का खतरा कम होता है और ब्लड शुगर भी नॉर्मल रहता है।

वजन रहता है कंट्रोल

अगर आप रोजाना चीनी का सेवन करना बंद कर देते हैं तो आपका वजन आसानी से कंट्रोल होने लगता है। शुगर एक ऐसा फूड है जिसमें कोई न्यूट्रिशन वैल्यू नहीं होती सिर्फ कैलोरी होती है। कैलोरी का अधिक सेवन करने से बॉडी वेट तेजी से बढ़ता है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि जो लोग चीनी का अधिक सेवन करते हैं उन्हें हार्मोनल इम्बैलेंस की परेशानी हो सकती है। हमारी बॉडी में कुछ ऐसे हॉर्मोन होते हैं जो वेट मैनेज करने का काम करते हैं। जो लोग शुगर का ज्यादा सेवन करते हैं उनमें हॉर्मोन का बैलेंस खत्म हो जाता है और उनका वेट तेजी से बढ़ने लगता है।

बॉडी का वाटर वेट होगा तेजी से कम

अगर आप शुगर का सेवन करना बंद कर देंगे तो आपकी बॉडी का वाटर वेट बहुत तेजी से कम होगा। शुगर का सेवन ज्यादा करने से बॉडी में पफीनेस,सूजन,मोटापा और थुलथुलापन महसूस होता है। अगर आप चीनी का सेवन करना कम या बंद कर देते हैं तो आपकी बॉडी में होने वाली ये सारी दिक्कतें दूर हो जाती हैं।

दिल के रोगों का खतरा होता है कम

अगर आप चीनी का सेवन करना बंद कर देते हैं या कम कर देते हैं तो दिल के रोगों का खतरा कम होता है। चीनी का सेवन कम करने से हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का खतरा भी कम होता है।

डिप्रेशन का होता है इलाज

जो लोग मीठा ज्यादा खाते हैं वो अवसाद या डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। अगर हम चीनी का सेवन करते हैं तो हमें कुछ देर के लिए अच्छा महसूस होता है लेकिन लम्बे समय तक अगर मीठा खाते हैं तो हमारी बॉडी पर उसका नकारात्मक असर होता है। चीनी को खाना अगर आप छोड़ देंगे तो आप फील गुड करेंगे, ज्यादा एलर्ट और हेल्दी रहेंगे।