क्या पेट से जुड़ी परेशानियां पीछा नहीं छोड़ रही? पाचन हमेशा बिगड़ा रहता है? कभी कब्ज तो कभी लूज मोशन परेशान करता हैं? पेट से जुड़ी परेशानियों के लिए आप अपनी डाइट में प्रोबायोटिक्स फूड्स को शामिल कर लें। हमारी डाइट हमारे पेट में मौजूद सूक्ष्मजीवों की रचना, विकास और रखरखाव में बड़ी भूमिका निभाती है। प्रोबायोटिक्स ऐसे जीवित सूक्ष्मजीव हैं जिनका सेवन फर्मेन्ट किए गए भोजन के माध्यम से किया जा सकता है। हमारी बॉडी में दो तरह के बैक्टीरिया होते हैं एक गुड बैक्टीरिया तो दूसरे बैड बैक्टीरिया। आंतों में भी गुड और बेड बैक्टीरिया का खेल चलता है। आंतों में बैड बैक्टीरिया बढ़ते ही पेट खराब होने लगता है, आंतों में इंफेक्शन रहता है और बॉडी में कई तरह की परेशानियां होने लगती है।
बॉडी में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए प्रोबायोटिक्स फूड्स बेहद असरदार साबित होते हैं। प्रोबायोटिक्स फूड्स का सेवन पेट के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता हैं और सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाता हैं। प्रोबायोटिक्स का सेवन वज़न घटाने से लेकर पाचन को हेल्दी रखने तक में असरदार साबित होता है। प्रोबायोटिक्स फूड्स का सेवन पेट में खराब बैक्टीरिया से लड़ने में और सूजन को कम करने में मददगार होता है। इसका सेवन करने से इम्युनिटी इंप्रूव होती है और सूजन कम होती है।
भारतीय योग गुरु, लेखक, शोधकर्ता और टीवी पर्सनालिटी डॉक्टर हंसा योगेंद्र के मुताबिक प्रोबायोटिक्स फूड्स का सेवन उन गुड बैक्टीरियां को दोबारा जन्म देता है जो आपके पेट से गायब हो चुके हैं। वैसे तो बैक्टीरिया कई तरह के होते हैं लेकिन दो खास तरह के बैक्टीरिया हैं लैक्टोबैसिलस और बिफिदोबैक्टीरियम बैक्टीरिया। प्रोबायोटिक्स का सेवन करने से आंतों में बिफीडोबैक्टीरियम में वृद्धि होती है और कोलीफॉर्म बैक्टीरिया का सफाया होता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं ऐसे कौन से दो प्रोबायोटिक्स फूड्स हैं जिनका सेवन करने से आंतों की सेहत दुरुस्त होती हैं और बॉडी को फायदा होता है।
प्रोबायोटिक्स फूड्स दही कैसे गट हेल्थ रखती है दुरुस्त
दही एक ऐसा प्रोबायोटिक्स फूड है जिसका सेवन करने से गट हेल्थ दुरुस्त रहती है। पेट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने में दही का सेवन जादुई असर करता है। जिन लोगों को आंतों से जुड़ी परेशानी है वो दही का सेवन करें अमृत की तरह असर करेगी। दही एक ऐसा प्रोबायोटिक्स फूड्स है जिसका सेवन करने से आंतों में गुड बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं। दही एक ऐसा फूड है जो गुड बैक्टीरिया का बेहतरीन स्रोत है।
रोजाना दही का सेवन करने से पेट में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं साथ ही बॉडी को विटामिन डी और कैल्शियम भी मिलता है। कैल्शियम और विटामिन डी हड्डियों को हेल्दी रखने में और उन्हें मजबूत बनाने में जरूरी है। दही का सेवन हड्डियों से जुड़ी कई परेशानियों जैसे अर्थराइटिस,ऑस्टियोपोरोसिस और रूमेटाइटिस को दूर करने में असरदार साबित होता है।
एक कप दही का सेवन करने से बॉडी को जरूरी विटामिन बी,कैल्शियम,जिंक,प्रोटीन मिलता है जो स्किन को हेल्दी रखता है और आपकी गट की सेहत को दुरुस्त करता है। दिन के खाने में दही का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद है। याद रखें कि दही का सेवन रात के खाने में नहीं करें ये सर्दी जुकाम का कारण बन सकती है।
छाछ का करें सेवन
छाछ एक ऐसा फूड है जो प्रोबायोटिक्स का बेहतरीन स्रोत है। छाछ को घर में आसानी से बनाया जा सकता है। बटरमिल्स कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत है। उन लोगों के लिए छाछ बेहतरीन फूड है जिन्हें दूध से परहेज है। छाछ एक ऐसा ड्रिंक है जिसमें एंटी बैक्टीरियल,एंटी वायरल और एंटी कैंसर गुण मौजूद हैं। छाछ का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल रहता है, डिहाइड्रेशन से बचाव होता है। इसका सेवन करने से एसिडिटी का उपचार होता है और गट हेल्थ ठीक रहती है। आप अपने खाने की थाली के साथ पानी नहीं बल्कि छाछ का गिलास रखें। दोपहर के खाने में छाछ का सेवन सेहत को फायदा पहुंचाता है।