आपकी आंतों की सेहत सिर्फ पाचन तंत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आपकी इम्यूनिटी, मानसिक स्वास्थ्य और हृदय की सेहत से भी जुड़ी हुई है। इसका कारण है आपकी पाचन प्रणाली में मौजूद सूक्ष्म जीवों का समूह जिसे ‘गट माइक्रोबायोम’ कहा जाता है, यह तय करता है कि शरीर पोषक तत्वों को कैसे अवशोषित करता है और हार्मोन व न्यूरोट्रांसमीटर कैसे बनते हैं। गट हेल्थ को दुरुस्त करने में डाइट का अहम किरदार है। डाइट में प्रीबायोटिक्स, प्रोबायोटिक्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और रेसिस्टेंट स्टार्च जैसे पोषक तत्व गट हेल्थ के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। आंतों की सेहत को दुरुस्त करने में पर्याप्त नींद लेना और तनाव को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।
 
डायटीशियन ने कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताया है जिसे आमतौर पर खराब फूड माना जाता है और जिसे लोग खाने से अक्सर बचते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक कुछ खराब समझे जाने वाले फूड गट हेल्थ के लिए अमृत साबित होते हैं, क्योंकि ये आपकी आंतों और समग्र सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। आइए जानते हैं कि कुछ फूड्स जिसे अक्सर लोग इग्नोर करते हैं कैसे वो आंतों को हेल्दी रखने में मदद करते हैं।

सॉरक्रॉट (sauerkraut) का करें सेवन

सॉरक्रॉट (sauerkraut) जिसे आम भाषा में खट्टी गोभी या पत्ता गोभी का अचार कहा जाता है। सॉरक्रॉट एक ऐसा फूड है जिसे अक्सर खराब माना जाता है,लेकिन ये गट हेल्थ के लिए बेहतरीन फूड है। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट लिसा एंड्रूज़ ने बताया लोग इस सब्जी में मौजूद सोडियम की मात्रा को लेकर चिंतित हो सकते हैं, लेकिन इस फर्मेंटेड पत्ता गोभी के फायदों को कम मत आंकिए। आधा कप सॉरक्रॉट में लगभग 2 ग्राम फाइबर होता है, जो कि डेली वैल्यू (DV) का करीब 7% है।

फाइबर पाचन को कंट्रोल करने और गट बैक्टीरिया को फलने-फूलने में मदद करने के लिए सबसे ज़रूरी पोषक तत्वों में से एक है। अगर आप सॉरक्रॉट का सेवन करते हैं तो ये शरीर को जरूरी प्रोबायोटिक्स देता है जो गट और इम्यून हेल्थ को सपोर्ट करते हैं। ये प्रोबायोटिक्स यानी अच्छे बैक्टीरिया, उसी फर्मेंटेशन प्रक्रिया से बनते हैं, जो सॉरक्रॉट को उसका तीखा और खट्टा स्वाद देती है।

 सफेद चावल (White Rice)

बिल्कुल आलू की तरह, सफेद चावल को भी अक्सर खराब माना जाता है क्योंकि यह एक रिफाइंड कार्ब है। एक्सपर्ट ने बताया सफेद चावल भी गट-फ्रेंडली रेसिस्टेंट स्टार्च का एक अच्छा स्रोत होता है। चावल को पकाने के बाद ठंडा करने से उसमें रेसिस्टेंट स्टार्च की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे फाइबर का सेवन अधिकतम हो जाता है। इसलिए बचे हुए चावल से परहेज न करें। एक्सपर्ट ने बताया अगर आप चावल को पकाकर फ्रिज में ठंडा करके दोबारा गर्म करके खाते हैं तो ये चावल न सिर्फ आपकी गट हेल्थ के लिए उपचार बन जाते हैं बल्कि डायबिटीज भी कंट्रोल करते हैं।

क्रूसिफेरस सब्जियां (Cruciferous Vegetables)

क्रूसिफेरस सब्जियों में ब्रोकली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, पत्ता गोभी, फूलगोभी, केल, मूली और शलजम शामिल हैं। इन सब्जियों को अक्सर बदनाम किया जाता है क्योंकि कुछ लोगों को इन्हें खाने से गैस और ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि इन सब्जियों में पाए जाने वाले सल्फर युक्त यौगिकों के कारण ये सब्जियां कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती हैं। क्रूसीफेरस सब्जियां फाइबर से भरपूर होती हैं, जो गट हेल्थ दुरुस्त करती हैं और आंत में गुड बैक्टीरिया को पोषण देने में मदद करती है।

चॉकलेट

अगर आपको डिनर के बाद मीठा खाने की आदत है, तो एक टुकड़ा डार्क चॉकलेट खाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह आपकी आंतों के लिए फायदेमंद हो सकता है। डार्क चॉकलेट में पॉलीफेनॉल्स होते हैं, जो पौधों से मिलने वाले ऐसे यौगिक हैं जो अच्छे गट बैक्टीरिया को पोषण देते हैं और आंतों में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। एक रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि हेल्दी लोग अगर रोजाना तीन हफ्तों तक 85% कोको वाली डार्क चॉकलेट का एक टुकड़ा खाते हैं तो उनकी आंतों में गट माइक्रोबायोम की विविधता उन लोगों की तुलना में अधिक होगी जो बिल्कुल चॉकलेट नहीं खाते।

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