Diabetes Diet:डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज के मरीजों की शुगर सुबह-सुबह ज्यादा होती है ऐसे में अगर नाश्ते में गलत फूड का सेवन किया जाए तो ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा ज्यादा हो सकता है। डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए डाइट पर खास ध्यान देते हैं। डाइट में ऐसे फूड्स को शामिल करते हैं जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो जो आसानी से ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकें। डायबिटीज को कंट्रोल करने में सुबह के नाश्ते का अहम किरदार है। सुबह के नाश्ते में ऐसे फूड्स को शामिल करें जो पोषक तत्वों से भरपूर हो, भूख को शांत करें और डायबिटीज को कंट्रोल करें।
क्या आप भी ऐसे ही नाश्ते की रेसिपी की तलाश रहे हैं जो पोषक तत्वों से भरपूर हो जिसे पकाने में समय ना लगे और शुगर भी कंट्रोल रहे तो हम आपको एक ऐसे फूड के बारे में बताते हैं जिसका सेवन आप सुबह नाश्ते में कर सकते हैं। फूड कंसल्टेंट संगीता एम खन्ना ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करके डायबिटीज के मरीजों के लिए एक रेसिपी शेयर की है। उन्होंने बताया है कि नाश्ते में दही और चिवड़ा का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए बेस्ट नाश्ता है। आइए जानते हैं कि दही चिवड़ा सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है और उसे कैसे तैयार करें।
दही कैसे शुगर कंट्रोल करता है:
फूड कंसल्टेंट के अनुसार डायबिटीज के मरीजों के लिए दही चिवड़ा एक स्वादिष्ट रेसिपी है जिसे शुगर के मरीज नाश्ते में खा सकते हैं। दही प्री और प्रोबायोटिक फूड है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है। यदि आप इसे दिन के समय प्रोटीन के साथ खाना चाहते हैं तो आप इसमें नट्स और सीड्स का भी सेवन कर सकते हैं। दही लो ग्लाइसेमिक फूड हैं जिसे डायबिटीज के मरीज नाश्ते में खा सकते हैं।
पोहा या चिड़वा कैसे सेहत के लिए फायदेमंद है: (Why is poha healthy)
पोहा या चिवड़ा धान को हल्का उबाल कर बनाया जाता है, जिसे गर्म होने पर चपटा कर दिया जाता है। उसके बाद भूसी हटा दी जाती है और इसे सूखाया जाता है। यह विस्तृत प्रक्रिया बिना पॉलिश (unpolished)किए हुए अनाज में सूक्ष्म पोषक तत्वों को बनाए रखने में मदद करती है और थोड़ा किण्वन (fermentation) भी देती है। यही कारण है कि एक अच्छी तरह से बने पोहा का स्वाद अधिक होता है और इसे कच्चा खाया जा सकता है।
द हेल्थ पेंट्री की संस्थापक, पोषण विशेषज्ञ और डायबिटीज शिक्षक खुशबू जैन टिबरेवाला ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि इस फूड का सबसे ज्यादा सेवन उत्तर प्रदेश और बिहार में किया जाता है। इसका सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है और टाइप-2 डायबिटीज कंट्रोल रहती है।
इसे कैसे बनाएं?
एक्सपर्ट के मुताबिक इस नो-कुकिंग नाश्ते के विकल्प को घर में बनाना बेहद आसान हैं। इसे बनाने के लिए एक बाउल लें उसमें चिड़वा को डालें और पानी से गीला कर लें। इसमें घर की बनी हुई दही डालें और उसे अच्छे से मिक्स करें। आपका सुबह का नाश्ता चंद सेकेंड में तैयार मिलेगा आप इसका सेवन करें।