चीन में कोरोना के बाद फैल रही एक नई रहस्यमयी बीमारी ने दुनियाभर को एक बार फिर चिंता में डाल दिया है। इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) भी चेतावनी जारी कर चुका है। वहीं, अधिक चिंता की बात यह है कि इस बार ये नई बीमारी बच्चों को अपना शिकार ज्यादा बना रही है। सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, इसके चलते करीब 7,000 बच्चे हर रोज अस्पताल पहुंच रहे हैं। जाहिर है ये आंकड़े डरा देने वाले हैं। इसी कड़ी में इस लेख में हम आपको इस गंभीर बीमारी के लक्षण से लेकर बचाव के कुछ खास तरीकों के बारे में बता रहे हैं।
इसस पहले जान लेते हैं क्या है चीन में फैल रही ये रहस्यमयी बीमारी?
बता दें कि चीन में 3 साल तक चले कोरोना लॉकडाउन को अगस्त 2023 में पूरी तरह हटा दिया गया। इसके ठीक एक महीने बाद से ही एक नई रहस्यमयी बीमारी ने बच्चों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया। वहीं, मामले बढ़े तो डब्लूएचओ ने इसे लेकर चीन सरकार से सवाल-जवाब किए। जवाब नें चीनी ऑफिशियल अथॉरिटी इस बीमारी को मिस्टीरियस निमोनिया बता रही है, जबकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये इससे कही ज्यादा खतरनाक है और कोरोना की तरह ये बीमारी भी तेजी से चीन के एक शहर से दूसरे में फैल रही है।
क्या हैं इसके लक्षण?
मिली जानकारी के मुताबिक, इससे पीड़ित होने पर बच्चों को बिना खांसी के तेज बुखार, गले में दर्द या खराश, फेफड़ों में सूजन, छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी होना या सांस नली में सूजन जैसी समस्याएं घेर रही हैं। यह इतना खतरनाक है कि पीड़ित होने पर बच्चों को तुरंत ही अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है।
कितनी खतरनाक है ये नई बीमारी?
जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, एक्सपर्ट्स इसे निमोनिया से अधिक खतरनाक बता रहे हैं। दरअसल, आमतौर पर निमोनिया का इलाज एंटीबायोटिक्स, एंटीवायरल और एंटीफंगल दवाओं की मदद से किया जा सकता है। हालांकि, चीन में इसकी चपेट में आने पर बच्चों में इस तरह की दवाओं का कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है। साथ ही ये तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे में भी फैल रही है, जिसकी वजह से इस बीमारी के फैलने की संभावना अधिक बढ़ रही है।
क्या है बचाव का तरीका?
बीमारी के बढ़ते मामलों को लेकर WHO ने कुछ गाइडलाइन जारी की हैं। इसमें लोगों को सावधान रहने को कहा गया है। माता-पिता को बच्चों के खान पान और इम्यूनिटी का खास ख्याल रखने की सलाह दी गई है। इसके अलावा अपने आसपास साफ-सफाई बनाए रखें, बाहर निकलते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, साथ ही मास्क का इस्तेमाल करना न भूलें। ये तमाम सावधानियां बरतकर आप खुद का बचाव कर सकते हैं। बावजूद इसके अगर आपको इससे जुड़े लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।