डायबिटीज का कोई ज्ञात इलाज नहीं है, हालांकि राहत की बात यह है कि हमारे आसपास कई ऐसी चीजें मौजूद हैं, जिनका सेवन इस गंभीर बीमारी पर काफी हद तक काबू पाने में मददगार साबित हो सकता है। इस लेख में हम आपको एक ऐसी ही खास चीज के बारे में बता रहे हैं। इससे पहले जान लेते हैं कि डायबिटीज है क्या और ये गंभीर बीमारी किस वजह से लोगों को अपना शिकार बनाती है-

क्या है डायबिटीज?

दरअसल, यह बीमारी तब होती है जब शरीर के अंदर रक्त में ग्लूकोज या शुगर की मात्रा जमा होने लगती है। हम जो कुछ भी खाते-पीते हैं, उससे हमारा शरीर कार्बोहाइड्रेट तोड़कर ग्लूकोज में बदलता है। वहीं, हमारे पैंक्रियाज से इंसुलिन नामक हार्मोन निकलता है, जिसकी मदद से हमारे शरीर की कोशिकाएं शुगर को सोख कर ऊर्जा बनाती हैं, लेकिन जब शरीर में इंसुलिन का बनना कम हो जाता है या वह ठीक से काम नहीं करता है, तो कोशिकाएं खून में मौजूद शुगर की मात्रा को सोखने में असमर्थ हो जाती हैं। इससे ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है और ये स्थिति डायबिटीज को जन्म देती है।

क्यों होती है डायबिटीज?

इससे पहले बता हैं कि डायबिटीज के दो टाइप हैं, टाइप 1 जो अनुवांशिक होती है और टाइप 2 जिसके पीछे हेल्थ एक्सपर्ट्स गलत खानपान और लाइफस्टाइल में गड़बड़ी को अहम कारण बताते हैं। वहीं, जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, फिलहाल डायबिटीज का कोई सटीक इलाज नहीं है, ऐसे में एक्सपर्ट्स कुछ खास चीजों को डाइट में शामिल कर इस गंभीर बीमारी से राहत पाने की सलाह देते हैं। इन्हीं चीजों में से एक है कोदो। ये बाजरा की एक किस्म है, जो कई जगहों पर कोदरा, हरका, वरगु, अरिकेलु, गरीब का चावल या अकाल का अनाज के नाम से भी मशहूर है। जनरल ऑफ ग्रीन प्रोसेसिंग एंड स्टोरेज में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में करीब 3,000 साल से कोदो की खेती की जा रही है।

कैसे पहुंचाता है फायदा?

कोदो मिलेट में फेनोलिक एसिड नामक योगिक मौजूद होता है, जो पैंक्रियाज में एमाइलेज को बढ़ाकर इंसुलिन के प्रोडक्शन को प्रोत्साहित करता है। वहीं, शरीर में इंसुलिन की सही मात्रा शुगर लेलव को कंट्रोल करने में मदद मिलती है, जिससे डायबिटीज की स्थिति में राहत मिलती है। इसके अलावा कोदा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बहुत कम होता है। आपको बता दें कि कम जीआई वाले खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे पचते और अवशोषित होते हैं, जिससे रक्त शर्करा के स्तर में एकदम से वृद्धि नहीं होती है। इस तरह भी ये टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करता है।

इन सब के अलावा कोदो फाइबर का भी एक अच्छा स्रोत है, जो मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है। फाइबर भी पाचन और अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे आपके खाना खाने के बाद रक्त शर्करा में तेजी से वृद्धि को रोका जा सकता है। साथ ही फाइबर रिच फूड भूख को नियंत्रित करने कर वजन को बढ़ने से रोकने में भी मदद करते हैं, जो भी मधुमेह रोगियों के लिए जरूरी है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।