बुखार होना आम बात है जो कभी भी किसी को भी हो सकता है। बुखार इस बात का संकेत देता है कि बॉडी में असामान्य गतिविधिया हो रही है। बुखार शरीर के तापमान में वृद्धि है जिसके लिए कई तरह की परिस्थितियां जिम्मेदार हैं। आपको वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, गर्मी से थकावट, कैंसर ट्यूमर, एंटीबायोटिक्स जैसी दवाएं और दौरे का इलाज करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं के इस्तेमाल के कारण बुखार हो सकता है।
हाई बीपी, कुछ टीके (जैसे COVID वैक्सीन, डिप्थीरिया, टेटनस, आदि) और रुमेटीइड गठिया जैसी सूजन की स्थिति में भी बुखार आ सकता है। वायरल बुखार एक प्रमुख प्रकार का बुखार है। जब वायरल संक्रमण के कारण बुखार होता है, तो इसे वायरल बुखार कहा जाता है। कमजोर इम्युनिटी की वजह से बच्चों और बुजुर्गों में ये बीमारी आम है।
वायरल बुखार के लक्षणों की बात करें तो मरीज के शरीर में दाने, बदन दर्द, सिर दर्द,जी मिचलाना, चेहरे का फड़कना, सूखी और गर्म त्वचा, भूख में कमी, सिरदर्द, उल्टी, कब्ज या दस्त, गहरे रंग का पेशाब आना, पेशाब कम आने जैसी परेशानियां हो सकती हैं। वैसे तो वायरल के इलाज के लिए कई तरह की दवाईयां उपलब्ध हैं लेकिन आप इसका इलाज कुछ घरेलू उपायों से भी कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि वायरस का घरेलू इलाज कैसे करें।
धनिया बीज का पाउडर सेवन करें:
धनिया के बीज को आमतौर पर धनिया के नाम से जाना जाता है जिसका वैज्ञानिक नाम कोरिएंड्रम सैटिवम है। आयुर्वेद में कई स्थितियों के लिए धनिया के बीज का उपयोग होता है। धनिया का इस्तेमाल बुखार के लिए भी उपयोग है। आप अपने बुखार को कम करने के लिए गर्म पानी में धनिया के बीज का पाउडर मिला लें। स्वाद में सुधार के लिए इसमें थोड़ी सी चीनी मिला सकते हैं। धनियां पाउडर का पानी पीने से वायरल फीवर से निजात मिलती है।
गुडूची का सेवन करें:
औषधीय गुणों से भरपूर गुडूची जिसे गिलोय के नाम से भी जाना जाता है उसका सेवन करें। बुखार को कम करने के लिए गिलोय का इस्तेमाल उसका काढ़ा बनाकर करें। काढ़ा बनाने के लिए गुडूची के डंठल को पानी में उबालकर और उसमें सोंठ, पत्रक का भी सेवन करें। इस काढ़े का सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है और वॉयरल फीवर से मुक्ति मिलती है।
जीरे का सेवन करें:
जीरा एक ऐसा मसाला है जिसमें याददाश्त बढ़ाने, बवासीर, पेट फूलने जैसी बीमारियों का उपचार करने के गुण मौजूद हैं। जीरे में शरीर के तापमान को कम करने की क्षमता भी मौजूद है। रुक-रुक कर होने वाले बुखार के लिए, जीरा को थोड़ी सी काली मिर्च और गुड़ के साथ लेने से फायदा हो सकता है
आराम है जरूरी:
ज्यादा बॉडी एक्टिविटी बॉडी के तापमान में वृद्धि का कारण बनती है इसलिए आप बीमार महसूस होने पर आराम करें। बुखार से बचने के लिए ठंडे वातावरण में रहें और हल्के कपड़े पहने आपको फायदा होगा।