अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि रोजाना योगा और एक्सरसाइज की जाए। बॉडी को एक्टिव रखने से न सिर्फ बीमारियों से बचाव होता है बल्कि तनाव भी दूर होता है। योग और एक्सरसाइज करने के लिए हम जिस चीज का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं वो है योगा मैट। घर हो या फिर जिम हो हम योग और एक्सरसाइज के लिए अपना मैट ही इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। कोविड के बाद से लोगों में मैट को लेकर खासतौर पर सतर्कता आ गई है। किसी भी तरह के इंफेक्शन या फिर कम्युनिकेबल डिजीज से बचाव करने के लिए जरूरी है कि हम अपने योगा मैट पर ही एक्सरसाइज करें।
आप जानते हैं कि आप बॉडी को हेल्दी रखने के लिए योग और एक्सरसाइज जिस मैट पर कर रहे हैं वो आपके योगा और एक्सरसाइज को बेअसर कर रहा है। जी हां आपका योगा मैट आपको बीमार बना सकता है।
आपका योगा मैट आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, जो आपके हार्मोन और समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। साइंटिस्ट और कंटेंट क्रिएटर वॉरेन फिलिप्स ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करके बताया है कि आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाले योगा मैट में इतने टॉक्सिन मौजूद होते हैं जो आपकी सेहत को बिगाड़ सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक योगा मैट में मौजूद जहरीले रसायनों के कारण जो रासायनिक गंध होती है वो सेहत के लिए फायदेमंद नहीं है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि योगा मैट से फ़ेथ लेट्स (phthalates) निकलते हैं जो संक्रमण को फैलाते हैं।
सोसाइटी ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग की ओर से एसपीई पॉलिमर में प्रकाशित 2021 की रिसर्च के मुताबिक योग मैट के लिए पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC) का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया है। हालांकि पीवीसी मैट अधिक विषैले होते हैं और इस्तेमाल के बाद उनको डिस्पोज करना मुश्किल होता है। इसमें जो तत्व पाए जाते हैं वो एंडोक्राइन को गड़बड़ कर देते हैं, यानी एंडोक्राइन ग्रंथि से निकलने वाले हार्मोन को असंतुलित कर देते है। इस कारण ये हार्मोन या तो कम बनते हैं या ज्यादा बनने लगते हैं या ब्लॉक हो जाते हैं या कुछ और कंपाउड में बदल जाते है। इन सबसे हेल्थ को भारी परेशानी होती है।
आइए जानते हैं कि योग मैट का ज्यादा इस्तेमाल करने से बॉडी को कौन-कौन से नुकसान हो सकते हैं।
हार्मोनल असंतुलन का बढ़ सकता है खतरा
लंबे समय तक योग मैट का इस्तेमाल करने से हार्मोन असंतुलन का खतरा बढ़ने लगता है। डॉ. हिरेमथ बताते हैं कि अधिकांश योगा मैट में मौजूद जहरीले रसायनों के निरंतर संपर्क में रहने से हानिकारक परिणाम हो सकते हैं। योगा मैट का लगातार इस्तेमाल करने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जो प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। ये मैट मेटाबॉलिज्म और मूड रेगुलेशन तक सब कुछ प्रभावित करता है।
कंप्लीट हेल्थ पर पड़ता है असर
मैट पर मौजूद रसायन न सिर्फ हार्मोनल स्वास्थ्य पर असर करते हैं बल्कि ये डायबिटीज,मोटापा और थायराइड जैसी क्रॉनिक बीमारियों को बढ़ाने में भी असरदार है। ये मैट आपकी कंप्लीट सेहत को प्रभावित करता है।
योग के लिए कौन सा मैट है सुरक्षित
बाजार में योग और एक्सरसाइज के लिए कई तरह के मैट मौजूद हैं जैसे रबड़ मैट,सूती मैट,सिंथेटिक मैट और हाथ से बुना मैट मौजूद हैं, इन सब में आप अपनी सेहत के लिए उपयोगी मैट का इस्तेमाल करें। डॉ. हिरेमथ बताते हैं कि आप पीवीसी मैट की जगह नेचुरल रबर, ऑर्गेनिक कॉटन या कॉर्क से बने मैट का इस्तेमाल करें। अगर आप घर में योग कर रहे हैं तो आप घर में सूती कपड़ा बिछाकर या फिर बिस्तर पर भी योग कर सकते हैं। आपका बिस्तर और सूती कपड़ा आपके योगा मेट से ज्यादा सुरक्षित होता है।