Walking Benefits: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्वास्थ्य का ख्याल रखना बहुत चुनौतीपूर्ण हो गया है, क्योंकि कामकाज के चलते खानपान सही नहीं हो पाता और फिजिकल एक्टिविटी भी कम हो जाती है। जिससे कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो जाती है। ऐसे में जो लोग जिम या योगा नहीं कर सकते। उनके लिए 6-6-6 पैदल चलने का नियम एक सीधा समाधान है। ये सबसे सरल और आसान समाधानों में से एक है जिससे हेल्दी और फिट रहा जा सकता है। फिटनेस विशेषज्ञ डॉ. वजल्ला श्रावणी ने वॉकिंग करने के फायदे बताए हैं।

6-6-6 चलने का नियम

6-6-6 चलने का नियम है सुबह 6 बजे चलना, शाम को 6 बजे चलना और टहलने से पहले 6 मिनट तक वार्मअप करना। इस विधि को नियमित रूप से अपनाने से 60 मिनट की पैदल दूरी शरीर को आश्चर्यजनक लाभ पहुंचा सकती है। सुबह की सैर शरीर के मेटाबोलिज्म को संतुलित करती है। अतिरिक्त कैलोरी बर्न होती है और एनर्जी बढ़ती है। शाम को टहलने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। इससे न केवल फिटनेस में सुधार किया जा सकता है, बल्कि स्वास्थ्य समस्याओं को भी कंट्रोल किया जा सकता है।

सुबह टहलने के फायदे

सुबह की सैर करने से मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने और शरीर से अशुद्धियों को दूर करने में मदद मिलती है। कई अध्ययनों के मुताबिक, सुबह टहलने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। इससे तनाव और चिंता भी कम होती है इसके अलावा यह वजन कम करने और शरीर में कैलोरी जलाकर एनर्जी प्राप्त करने में मदद करता है।

शाम की वॉकिंग

शाम को टहलने से पाचन क्रिया बेहतर होती है। इससे रात को अच्छी नींद आती है। यह ब्लड प्रेशर और शुगर जैसी पुरानी समस्याओं को कंट्रोल करता है। इससे हार्ट संबंधी समस्याओं का खतरा भी कम हो जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि शाम की सैर को डेली करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।

वहीं, डायबिटीज के मरीजों के लिए चीनी का सेवन खतरनाक हो सकता है। अक्सर लोग कंफ्यूज रहते हैं कि मिठास के लिए सफेद शुगर, ब्राउन शुगर और शहद किसका सेवन करना चाहिए?