ब्लड शुगर एक ऐसी बीमारी है, जिसके मरीज़ों की तादाद देश और दुनिया में तेजी से बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक भारत में यह बीमारी इतनी तेजी से फैल रही है कि इनके मरीज़ों की संख्या 5 करोड़ तक पहुंच गई है। डायबिटीज की तमाम वजहों में खराब खान-पान और खराब लाइफस्टाइल भी है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अगर इस बीमारी के मरीज डाइट पर कंट्रोल नहीं करते हैं तो उनकी परेशानी बढ़ सकती है।
डायबिटीज के मरीज खाने में स्टार्च वाली चीजों का कम सेवन करें वरना उनके लिए परेशानी बढ़ सकती है। ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए डाइट में ऐसी चीजों का सेवन करना जरूरी है जिससे शुगर कंट्रोल रहे। डायबिटीज के मरीज अपनी फूड हैबिट्स में सुधार करें तो इस बीमारी पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।
क्या डायबिटीज के मरीजों को चावल खाना चाहिए? विशेषज्ञ कहते हैं कि शुगर के मरीज डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डाइट से चावल को स्किप करें। चावल का सेवन करना चाहते हैं तो कुछ खास किस्म के चावल का सेवन करें। आइए जानते हैं कि चावल का सेवन किस तरह सेहत के लिए नुकसानदायक है और उसकी जगह हम किस तरह का चावल यूज कर सकते हैं।
चावल कैसे शुगर बढ़ाता है? ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के मुताबिक सफेद चावल टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकता है। चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है जो तेजी से ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। चावल में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ाता है। इसमें माइक्रोन्यूट्रिएंट्स, फाइबर और पॉलीफेनॉल्स की मात्रा बहुत कम होती है जो शुगर के मरीजों के लिए घातक हो सकती है।
शुगर के मरीज कितने चावल का करें सेवन: शुगर के मरीजों एक दिन में सिर्फ 45 से 60 ग्राम के बीच कार्बोहाइड्रेट्स ले सकते हैं। लेकिन चावल में कार्बोहाइड्रेट्स ज्यादा होता है इसलिए इससे परहेज करना ज्यादा बेहतर है। पॉपुलेशन हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट, हैमिल्टन हेल्थ साइंसेस और मैक मास्टर यूनिवर्सिटी कनाडा ने शुगर बढ़ाने वाले फूड्स पर दस साल तक रिसर्च की है, जिसमें ये बात सामने आई है कि दक्षिण एशियाई लोग एक दिन में 630 ग्राम तक चावल खाते हैं, जो डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ा देता है।
चावल की जगह किन फूड्स का करें सेवन : सफेद चावल को सफेद और चमकदार बनाने के लिए उसकी पॉलिशिंग की जाती है जिससे जरूरी विटामिन और पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। अगर आप चावल खाना ही चाहते हैं तो ब्राउन राइस का ऑप्शन चुनें। ब्राउन राइट फाइबर, विटामिन, मिनरल् और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होते हैं जो ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मददगार हो सकते हैं।
ब्राउन राइस में स्टार्च की मात्रा कम होती है और उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। शुगर के मरीज ब्राउन राइस का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप रोल्ड और स्टील-कट ओट्स, जौ, बलगर,बाजरा और कूट्टू का आटा इस्तेमाल कर सकते हैं।