कान में दर्द होना एक आम समस्या है। लेकिन अगर यह दर्द बढ़ जाए तो असहनीय पीड़ा में बदल जाता है। कानों में मैल जम जाने, सर्दी-जुकाम, साइनस इंफेक्शन या फिर कैविटजी के कारण कानो में दर्द हो सकता है। इसके अलावा चोट, संक्रमण, जलन के कारण भी कान में दर्द हो सकता है। जब जबड़े या फिर दांत में दर्द होता है तो इसकी वजह से कान में दर्द हो सकता है।
बच्चों में तो यह समस्या सबसे ज्यादा होती है। कान दर्द के कारण रुक-रुक कर सुनाई देना, बुखार आना, सोने में दिक्कत, कान में खिंचाव, चिड़चिड़ापन, सिर दर्द और भूख में कमी जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। कान के दर्द से घरेलू उपायों के जरिए छुटकारा पाया जा सकता है।
तुलसी का रस: औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी का इस्तेमाल हजारों वर्षों से आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में होता आ रहा है। कान के दर्द से भी छुटकारा दिलाने में तुलसी बेहद ही कारगर है। इसके लिए तुलसी की ताजा पत्तियों का रस निकाल लें। फिर रस की 1-2 बूंद कान में डालें। नियमित तौर पर इसके इस्तेमाल से दर्द से निजात मिल सकता है।
प्याज का रस: प्याज में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। इसके लिए एक चम्मच प्याज के रस को हल्का गुनगुना कर लें। फिर इसकी 2-3 बूंदें कान में डालें, इससे आपको आराम मिल सकता है।
लहसुन: लहसुन का इस्तेमाल यूं तो खाने के लिए किया जाता है। लेकिन यह स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करता है। इसके लिए लहसुन, अदरक, सहजन के बीज, मूली और केले के पत्ते को अलग-अलग पीस लें। इसके रस को निकालकर गुनगुना कर लें। हल्का गुनगुना ही यह रस कान में डालें।
इसके अलावा आप लहसुन का इस्तेमाल सरसों के तेल के साथ भी कर सकते हैं। 2-3 बारीक कटे हुए लहसुन को सरसों के तेल में डालकर गर्म कर लें। इस तेल को ठंडा होने के बाद छानकर 2-3 बूंद अपने कान में डालें।
जैतून: जैतून के तेल को हल्का-सा गर्म कर लें। फिर इसकी कुछ बूंदे अपने कान में डालें। ऐसा करने से आपको दर्द से छुटकारा मिल सकता है। आप चाहें तो मेथी का उपयोग भी दर्द को ठीक करने के लिए कर सकते हैं।