बच्चे दानी महिलाओं की बॉडी में पाया जाने वाला जरूरी अंग है जिसकी मदद से कोई भी महिला मां बनती है। महिलाओं में पाए जाने वाले इस जरूरी अंग में थोड़ी भी परेशानी हो जाए तो महिला के मां बनने में दिक्कत हो सकती है। अक्सर देखा गया है कि महिलाओं को बच्चेदानी से संबंधित परेशानियां ज्यादा रहती है। खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव महिलाओं में बच्चेदानी से संबंधित कई बीमारियां पैदा करता है।
बच्चेदानी का कैंसर महिलाओं के प्रजनन अंगों में होने वाला कैंसर है। इस कैंसर को कई नामों से जाना जाता है जैसे एंडोमेट्रियल कैंसर, बच्चेदानी में कैंसर या यूटेराइन कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। जब यूटेरस की आंतरिक परत में मौजूद कोशिकाओं में आनुवंशिक बदलाव आता है तो वे असामान्य गति से विभाजित और विकसित होने लगती हैं जिसकी वजह से यूटेरस ट्यूमर बनने लगता है।
महिलाओं की बच्चेदानी में होने वाले इस कैंसर के कई कारण हो सकते हैं जैसे
- उम्र बढ़ने पर इस बीमारी के होने का खतरा अधिक होता है। 60-70 साल की उम्र में ये बीमारी महिलाओं को तेजी से लगती है।
- जिन महिलाओं को मेनोपॉज हो चुका है या जो हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी करा रही है उन्हें इस बीमारी का खतरा अधिक रहता है।
- मेनोपॉज देर से आना और पीरियड देर से शुरु होना भी महिलाओं में बच्चेदानी के कैंसर का कारण हो सकता है।
- जो महिलाएं कभी मां नहीं बनती उनको इस बीमारी का खतरा अधिक होता है।
- हार्मोन में बदलाव होना और तेजी से वजन का बढ़ना इस बीमारी का कारण हो सकता है।
- महिलाओं को शुगर और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होना भी बच्चेदानी के कैंसर का कारण बनता है।
महिलाओं में बच्चेदानी के कैंसर के लक्षणों की पहचान कैसे करें:
- सीके बिड़ला हॉस्पिटल की डॉक्टर रेणु माथुर के मुताबिक इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तोवजाइना से ब्लीडिंग होना या स्पॉटिंग होना बच्चेदानी के कैंसर के लक्षण हैं।
- मेनोपॉज के बाद बच्चेदानी से वाइट डिस्चार्ज होना भी बच्चेदानी के कैंसर के लक्षण हैं।
- पीरियड के दौरान तेज ब्लीडिंग होना
- ब्लीडिंग का लम्बे समय तक होना भी बच्चेदानी के कैंसर के लक्षण हैं।
- वजाइना से ज्यादा ब्लीडिंग होना
- 40 साल की उम्र से अधिक होने पर ब्लीडिंग अधिक होना बच्चेदानी के कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।
- पेट के निचले हिस्से में दर्द होना
- सेक्स के दौरान दर्द महसूस करना भी बच्चेदानी के कैंसर के लक्षण हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।