भारत में डायबिटीज यानी शूगर के मरीजों की संख्या में दिन-प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि भारत को दुनिया की डायबिटीज कैपिटल भी कहा जाने लगा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक डायबिटीज के लिए खराब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान भी काफी हद तक जिम्मेदार है। डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को और भी कई अन्य बीमारियों का खतरा रहता है।

अगर डायबिटीज कंट्रोल न की जाए तो यह हमारे शरीर के बाकी अंगों को भी नुकसान पंहुच सकता है। ब्लड शुगर बढ़ने से हार्ट, लंग्स व किडनी को भी खतरा हो सकता है। डायबिटीज के मरीजों में पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन नहीं बन पाती है जिस कारण ब्लड शुगर का लेवल बढ़ने लगता है।

डायबिटीज के मरीज अपने शुगर लेवल को ठीक रखने के लिए खानपान की तमाम चीजों से परहेज रखते हैं, लेकिन कई बार ज्यादा परहेज करने से और तमाम जरूरी चीजों के सेवन को छोड़ने से हमारे शरीर में कमजोरी भी आने लगती है।

डायबिटीज के मरीजों के मन में घी के सेवन को लेकर भी कई प्रकार के सवाल उठते हैं, मसलन- क्या घी खाना ठीक रहेगा, क्या इससे शुगर लेवल बढ़ तो नहीं जाएगा आदि। यह कहना भी गलत होगा कि डायबिटीज के मरीजों को घी का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। आइये जानते हैं कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स की इसपर क्या राय है और डायबिटीज के मरीज कितनी मात्रा में घी का सेवन कर सकते हैं।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट? एक्सपर्ट्स के अनुसार घी में फैटी एसिड मौजूद होता है जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम भी करता है, लेकिन इस बात का ध्यान रहे कि डायबिटीज के मरीजों को गाय के घी का ही सेवन करना चाहिए। इससे मरीजों का पाचन तंत्र भी मजबूत बना रहेगा और शरीर को भी ऊर्जा मिलेगी।

शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मिलेगी मदद: एक्सपर्ट्स के अनुसार देसी घी खाने से डायबिटीज के मरीजों में गट हार्मोन की फंग्‍शन‍िंग अच्छे से होती है, साथ ही गट हार्मोन इन्सुलिन हॉर्मोन को बेहतर करने में भी मदद करता है। इससे डायबिटीज के मरीजों का शुगर लेवल कंट्रोल रहता है।

दिनभर में कितना घी खा सकते हैं? ध्यान रहे कि डायबिटीज के मरीजों को अधिक मात्रा में भी घी नहीं खाना चाहिए। साथ ही मरीजों को एक्स्ट्रा फैट लेने से भी बचना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों को दिनभर में 2 चम्मच घी से ज्यादा का सेवन नहीं करना चाहिए।