मुंह खोलकर सोना ज्यादातर लोगों की आदत बन जाती है, लेकिन यह सिर्फ आदत नहीं, बल्कि किसी बीमारी या स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। हालांकि, कभी-कभी मुंह खोलकर सोने से जैसे कि सामान्य सर्दी-जुकाम के दौरान, कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं नहीं हो सकतीं। लेकिन, बार-बार मुंह से सांस लेने से कई समस्याएं हो सकती हैं। मुंह खुला रखकर सोने के कारण मुंह का लगातार सूखना दांत और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। जिन लोगों को मुंह का लगातार सूखापन रहता है, उनमें कैविटी का खतरा ज्यादा होता है। इससे मसूड़ों की बीमारी और दांतों के इनेमल को नुकसान हो सकता है।
दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में पल्मोनरी, क्रिटिकल केयर और स्लीप मेडिसिन विभाग के डॉक्टर विजय हड्डा ने बताया कि मुंह खोलकर सोने से क्या स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है। डॉ. विजय हुड्डा के मुताबिक, नींद के दौरान मुंह खुला रखना कई लोगों में आम है, लेकिन यह केवल आदत नहीं, बल्कि कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। मुंह खुला रखकर सोना कई बार शरीर के अंदर छिपी गंभीर दिक्कतों की ओर इशारा करता है।
सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली, पल्मोनरी क्रिटिकल केयर एंड स्लीप मेडिसिन विभाग,डॉक्टर रोहित कुमार के मुताबिक, अगर, किसी को खांसी, बलगम या अन्य कोई परेशानी नहीं और इसके बाद भी वह मुंह खोलकर सोता है, किसी समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में सबसे पहले इसकी जांच ईएनटी के दायरे में आती है। इसके बाद ही आगे की जांच की जा सकती है।
नेजल सेप्टम कार्टिलेज
सोते हुए मुंह के खुले रहने के पीछे सेप्टम कार्टिलेज भी हो सकता है, इसे नेजल सेप्टम कार्टिलेज भी कहते हैं। दरअसल, नेजल सेप्टम कार्टिलेज नाक के अंदर एक पतली, लचीली संरचना है जो नाक के मार्ग को दो हिस्सों में विभाजित करती है। यह नाक के निचले हिस्से को सहारा देती है और नाक को आकार देने में मदद करती है। विजय हुड्डा के मुताबिक, सेप्टम कार्टिलेज स्वाभाविक तौर पर थोड़ा टेढ़ा होता है, यह बिल्कुल सीधा नहीं होता है, लेकिन अगर यह ज्यादा टेढ़ा हो जाए तो नाक के एक हिस्से को ब्लॉक कर देता है यानी डेविएटेड नेजल सेप्टम (डीएनएस) होने से लोग मुंह से भी सांस लेने लगते हैं।
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया
मुंह से सांस लेना ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) का संकेत हो सकता है। बच्चों में ओएसए का एक सामान्य कारण एडेनोइड्स की सूजन है, जो नाक और गले के पिछले हिस्से में स्थित ग्रंथियां होती हैं। एडेनोइड्स की सूजन वाले कई बच्चे नाक से सांस लेने में कठिनाई के कारण मुंह खोलकर सोते हैं।
मुंह खोलकर सोना कैसे बंद करें?
कई मामलों में मुंह खोलकर सोने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कारण का पता लगाना और उसका इलाज करना। उदाहरण के लिए ह्यूमिडिफायर या नाक में डालने वाले सलाइन स्प्रे नाक की बंदिश को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे मुंह से सांस लेने में समस्या होती है। एलर्जी, अस्थमा या साइनस संक्रमण के कारण मुंह से सांस लेने की समस्या इन स्थितियों के इलाज के बाद ठीक हो सकती है।
वहीं, दांतों में इन 3 विटामिन की कमी से भी दर्द हो सकता है। अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया तो मसूड़े भी कमजोर होने लगते हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि किन विटामिन की कमी से दांतों में दर्द हो सकता है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।