जिंदगी की मसरूफियत तनाव पैदा करती है और ये तनाव सारी बीमारियों की जड़ है। बढ़ता तनाव आपको जाने-अनजाने में ही हाई ब्लड प्रेशर का शिकार बना सकता है। हाई ब्लड प्रेशर से मतलब है कि ब्लड का दबाव बहुत अधिक होना है। अगर ब्लड प्रेशर का स्तर 120/80 हो तो उसे नॉर्मल माना जाता है, लेकिन आजकल की तनाव भरी जिंदगी में डॉक्टर 160/100 से नीचे के बीपी को भी नॉर्मल मानते हैं। अगर बीपी का स्तर इस मानक से ऊपर चला जाए तो उसे हाई बीपी कहा जाता है।

मायो क्लिनिक के मुताबिक लम्बे समय तक हाई बीपी को कंट्रोल नहीं किया जाए तो दिल का दौरा, स्ट्रोक और कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। 18 वर्ष की उम्र से हर दो साल में अपने  ब्लड प्रेशर की जांच एक से अधिक बार जरूर कराएं। अब सवाल ये उठता है कि तनाव और ब्लड प्रेशर के बीच संबंध क्या है और इस स्थिति में बीपी को नॉर्मल कैसे रख सकते हैं।

तनाव और बीपी के बीच क्या संबंध है?

तनाव इंसान को घुन की तरह खाने लगता है। तनाव कुछ देर का हो या लम्बे समय का हो ये आपको परेशान करता है। चिंता और तनाव आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का काम करता है।न्यूट्रिशनिस्ट डायटीशियन और नमामि लाइफ प्राइवेट लिमिटेड की सीईओ नमामि अग्रवाल के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर अगर दिल से जुड़ी परेशानियों के कारण नहीं होता है तो इस परेशानी का सबसे बड़ा कारण लाइफस्टाइल है।

पारस हेल्थ गुरुग्राम के निदेशक और यूनिट प्रमुख कार्डियोलॉजी डॉ. अमित भूषण शर्मा ने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर में योगदान देने वाले प्राइमरी कारकों में आनुवंशिकी, जीवनशैली जैसे डाइट और लाइफस्टाइल एक्टिविटी, मोटापा, अत्यधिक नमक का सेवन, शराब का सेवन, तनाव, किडनी से जुड़ी बीमारी और स्लीप एपनिया जैसी कुछ चिकित्सीय स्थितियां शामिल हैं।

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों की पहचान कैसे करें

अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक हाई बीपी होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं जैसे सिर दर्द, सांस लेने में कठिनाई होना,नाक से खून आना, चक्कर आना,छाती में दर्द, धुंधला दिखाई देना,घबराहट होना, चिंता और पसीना आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।  

हाई बीपी को कैसे करें कंट्रोल

हाई बीपी को नॉर्मल रखना चाहते हैं तो आप रेगुलर एक्सरसाइज कीजिए। बॉडी एक्टिविटी की कमी होने से ब्लड गाढ़ा हो सकता है और दिल कमजोर हो सकता है। तनाव रक्त का ऑक्सीकरण करता है और ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है। बॉडी को एक्टिव रखें। डेस्क वर्क करते हैं तो हर आधा घंटे में एक मिनट का ब्रेक जरूर लें।

डाइट का ध्यान रखें

एक्सपर्ट के मुताबिक अगर बीपी को नॉर्मल रखना चाहते हैं तो डाइट में कम सोडियम, हाई फाइबर, पोटैशियम और हेल्दी फैट वाले फूड्स का सेवन करें।

मोटापा को कंट्रोल करें

मोटापा के कारण रक्त वाहिकाओं, गुर्दे और शरीर के अन्य भागों में परिवर्तन होता हैं जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है। अधिक वजन या मोटापा होने से दिल के रोग का जोखिम बढ़ सकता है।

नशीले पदार्थों से परहेज करें

नशीले पदार्थों का सेवन बीपी को बढ़ा सकता है। तंबाकू या फिर शराब पीने से ब्लड प्रेशर हाई रहता है इसलिए इन पदार्थों से परहेज करें।