तनाव हमारी इस मासूम सी जिंदगी का हिस्सा बन गया है। हम तनाव में सोते हैं, तनाव में जीते हैं और तनाव में ही खाते हैं, जिसका नतीजा है कि हम मोटापा, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और कई तरह की क्रॉनिक बीमारियों की गिरफ्त में पहुंच जाते हैं। तनाव दो तरह का होता है शारीरिक और मानसिक तनाव। जो कारण तनाव पैदा कर सकते हैं उनमें सदमा, संक्रमण, टॉक्सिन, बीमारी और किसी प्रकार की चोट की वजह से आपको तनाव हो सकता है। तनाव के लिए और भी कई कारण जिम्मेदार हैं। किसी को घर परिवार की जिम्मेदारी से तनाव है तो किसी को ऑफिस का तनाव है। ये तनाव इंसान को घुन की तरह खाने लगता है। जब तनाव बहुत लंबे समय तक बना रहे तो ये आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत को बिगाड़ने लगता है।
जिंदगी को बेहतर ढंग से चलाना है तो तनाव से छुटकारा पाना बेहद जरूरी है। तनाव बेहद हानिकारक है। तनाव को दूर करने के लिए आप खुश रहें, दोस्तों के साथ वक्त गुजारें, जो चीजें तकलीफ देती हैं उनसे दूरी बनाएं, वर्कलोड को कम करें और योग करें। योग में आप एक खास योग का सहारा लें तो आप आसानी से तनाव का बोझ कम कर सकते हैं। योग एक ऐसी क्रिया है जो आपके मन और तन को शुद्ध करती है। योग के जरिए आप दिमागी सुकून हासिल करते हैं और मन को शांत करते हैं।
योग विशेषज्ञ कामिनी बोबड़े ने बताया कि शवासन (shavasana) एक ऐसा योग अभ्यास है जिसे करके आप आसानी से तनाव से छुटकारा पा सकते हैं। इस योग को आप कभी भी और कहीं भी कर सकते हैं। बस यह सुनिश्चित करें कि आप इसे अपने अंतिम भोजन के तीन घंटे बाद करें। शवासन योग विज्ञान का बेहद महत्वपूर्ण आसन है। शवासन करने से बॉडी की एनर्जी रिगेन होती है और तनाव से राहत मिलती है। आइए जानते हैं कि इस योगासन के कौन कौन से फायदे हैं और इसे कैसे करें।
शवासन के फायदे
शवासन बॉडी को रिलैक्स करता है साथ ही मेडिटेशन की स्थिति में भी लाता है। इससे टिशू को रिपेयर करने का मौका मिलता है। बॉडी रिलेक्स महसूस करती है। इसे करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है और एंग्जाइटी से भी छुटकारा मिलता है। इसे करने से दिमाग की एकाग्रता बढ़ती है और याददाश्त तेज होती है। एनर्जी के स्तर को बढ़ाने में ये आसन बेहद असरदार साबित होता है।
शवासन करने की विधि
शवासन करने के लिए आप शांत वातावरण में मैट लगाएं और पीठ के बल लेट जाएं। मैट पर लेट कर आप अपनी आंखें बंद कर दें। लेट कर दोनों पैरों को अलग-अलग कर लें। दोनों पैरों के अंगूठे साइड की तरफ झुके हुए हो। याद रखें कि आपके हाथ आपके शरीर से थोड़ी दूर हों। अब धीरे-धीरे शरीर के हर हिस्से की तरफ ध्यान देना शुरू करें, शुरुआत पैरों के अंगूठे से करें।
जब आप ऐसा करने लगें, तो सांस लेने की गति एकदम धीमी कर दें। सांस को धीरे-धीरे लें और छोड़े आप रिलैक्स होना महसूस कर देंगे। सांस लेते समय ध्यान रखें कि आपका सांस पूरे शरीर में फैल रहा है। इस योगासन को करते समय आप अपना पूरा फोकस अपनी बॉडी पर रखें। अपना ध्यान आराम पर केंद्रित करें। महसूस करें कि आप सोना चाहते हैं। आप देखेंगे कि 10-15 मिनट में आपकी पूरी बॉडी रिलेक्स हो जाएगी और आप तनाव मुक्त महसूस करेंगे।