डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसे कंट्रोल में रखने के लिए सबसे ज़रूरी है सही डाइट लेना, शरीर को एक्टिव रखना और तनाव को कंट्रोल करना। डायबिटीज़ के मरीजों के लिए खानपान बेहद मायने रखता है। डाइट में हाई फाइबर, लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद करते हैं।

डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने के लिए डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें, साबुत अनाज जैसे ओट्स, दालें, ब्राउन राइस का सेवन करें। डाइट में लो-शुगर फ्रूट्स जैसे पपीता, अमरूद और जामुन खाएं। दही, छाछ,  नट्स और सीड्स का सेवन डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए जरूरी है। डायबिटीज मरीजों के लिए कुछ फूड्स का सेवन जिस तरह फायदेमंद होता है ठीक उसी तरह कुछ फूड्स ऐसे हैं जो तेजी से ब्लड में शुगर का स्तर स्पाइक करते हैं।

आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया डायबिटीज मरीज जिन फूड्स का सेवन करते है उसके ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर पहले ध्यान दें। डायबिटीज मरीज ऐसे फूड्स का सेवन करें जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 54 या इससे कम हो। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड डायबिटीज मरीजों के लिए सेफ होते हैं। कुछ फूड्स ऐसे हैं जिनका हम डेली लाइफ में हर दिन सेवन करते हैं। इन डेली यूस के फूड्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है जो तेजी से ब्लड में शुगर का स्तर स्पाइक करते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले कौन से ऐसे फूड्स है जिसका सेवन डायबिटीज मरीजों के लिए जहर साबित होता है।

डायबिटीज मरीज मैदा से करें परहेज

मैदा हमारी डेली लाइफ की अहम डाइट है जिसका सेवन रोटी,स्नैक्स,नान,व्हाइट ब्रेड,पिज्जा-बेस,बिस्किट, कुकीज़,समोसे, कचौरी, केक, पेस्ट्री, मोमोज, नूडल्स, तंदुरी रोटी,जलेबी और भी कई तरह की चीजों को बनाने में किया जाता है। ये रिफाइंड आटा डायबिटीज मरीजों के लिए जहर है। इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी ज्यादा होता है,इसका मतलब है कि यह शरीर में जाकर बहुत तेजी से ग्लूकोज़ में बदल जाता है, जिससे अचानक ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। डायबिटीज मरीज मैदा से बनी चीजों से परहेज करें।

इंस्टेंट नूडल नहीं खाएं

ज्यादातर इंस्टेंट नूडल्स मैदे से बने होते हैं जिसमें फाइबर नहीं होता, इसलिए ये जल्दी पच जाते हैं और तेजी से ब्लड शुगर को बढ़ाते हैं। इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है जिससे यह खाने के बाद तुरंत ग्लूकोज में बदल जाता है जो डायबिटीज के लिए खतरनाक है। इनमें तरह-तरह के केमिकल प्रिजर्वेटिव, फ्लेवर एन्हांसर और नमक की मात्रा बहुत अधिक होती है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को बिगाड़ सकती हैं। हाई कार्बोहाइड्रेट और कम फाइबर ये नूडल्स डायबिटीज मरीज के लिए जहर हैं।

डायबिटीज मरीज ब्रेड नहीं खाएं

सफेद ब्रेड डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए जहर है। इसमें मैदा होता है, जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा होता है और यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है। रिफाइंड मैदे से बनी इस ब्रेड में फाइबर और पोषण नहीं होता, सिर्फ खाली कैलोरीज़ मिलती हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज़्यादा होता है जो तेजी से ब्लड शुगर को स्पाइक करता है। ब्रेड चाहे सफेद हो,ब्राउन हो या फिर मल्टीग्रेन हो डायबिटीज मरीजों के लिए जहर है।

डायबिटीज मरीज मुरमुरा से करें परहेज

देखने में लाइट वेट,कम कैलोरी और खाने में कुरकुरे मुरमुरे अक्सर डायबिटीज मरीज खाते हैं, लेकिन आपको बता दें मुरमुरा का सेवन डायबिटीज में जहर है। मुरमुरा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 90 होता जो बहुत ज्यादा है। डायबिटीज मरीज मुरमुरा का सेवन बिल्कुन नहीं करें ब्लड शुगर तेजी से बढ़ेगा। मुरमुरा चावल से बनता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत अधिक होता है, यानी ये शरीर में जाकर बहुत जल्दी ग्लूकोज़ (शुगर) में बदल जाता है। इससे ब्लड शुगर अचानक बढ़ सकता है।

आलू से करें परहेज

आलू एक ऐसी सब्जी है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 84 है जो बहुत ज्यादा है। आलू जल्दी पचता है और शरीर में जाकर तेज़ी से ग्लूकोज़ में बदल जाता है, जिससे ब्लड शुगर अचानक बढ़ सकता है। डायबिटीज़ मरीजों के लिए ये बहुत खतरनाक हो सकता है। आलू में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, और इसमें फाइबर कम होता है। ये ब्लड शुगर को स्थिर रखने की बजाय उसे तेजी से ऊपर ले जाता है।

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