जेस्टेशनल डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ महिलाओं को हो जाती है। जेस्टेशनल डायबिटीज का पता प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही में चलता है। विशेषज्ञों के मुताबिक प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलाव की वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, जिससे जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा बढ़ता है।
यदि प्रेगनेंट महिला को जेस्टेशनल डायबिटीज हो जाए तो इसका असर बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। बॉलीवुड एक्ट्रेस देबिना बनर्जी ने सोशल मीडिया पर प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली इसी परेशानी का जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि किस तरह प्रेग्नेंसी में वो जेस्टेशनल डायबिटीज का शिकार हो गई थीं।
उन्होंने बताया कि प्रेग्नेंसी के दौरान उनकी खान-पान की आदतें पहले जैसी ही थीं। वो प्रेग्नेंसी में भी घर से बाहर बर्गर, पिज्जा खा रही थीं, जिसकी वजह से जेस्टेशनल डायबिटीज की चपेट में आ गईं। इसके बाद उन्होंने प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल करने के लिए डाइट पर कंट्रोल किया और रेगुलर ब्लड शुगर की मॉनीटरिंग की। आइए जानते हैं कि देबिना ने प्रेग्नेंसी में जेस्टेशनल डायबिटीज से कैसे छुटकारा पाया।
इस ड्रिंक से करती थीं दिन की शुरुआत:
अपनी डाइट रूटीन के बारे में देबिना ने बताया कि वे अपने दिन की शुरुआत एक कप बटर कॉफी से करती थीं। बहुत से लोग कहते हैं कि गर्भावस्था के दौरान कॉफी नहीं पीनी चाहिए, ये बात सही भी है। उन्होंने बताया कि वो दिन में सुबह सिर्फ एक कॉफी का सेवन करती थीं। बटर कॉफी का सुबह सबसे पहले सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और प्रेग्नेंसी के दौरान कब्ज से निजात मिलती है। बटर कॉफी में मौजूद घी पेट और आंत की परत को चिकना रखता है जिससे प्रेग्नेंसी में कब्ज की शिकायत नहीं होती।
नाश्ते में किया इन फूड्स को शामिल:
देबिना ने नाश्ते में प्रोटीन से भरपूर फूड्स का सेवन किया। नाश्ते में दो अंडे का आमलेट और एक चौथाई एवेकाडो का सेवन किया। नाश्ते में ग्लूटन फ्री ब्रेड का सेवन सेहत को फायदा पहुंचाता है। अगर ब्रेड का मन नहीं करें तो एक या दो राइस केक फायदा पहुंचाते हैं। ये फूड प्रोटीन के बेहतरीन स्रोत हैं, जिन्हें डाइट में शामिल करके प्रोटीन की कमी पूरी की जा सकती है।
दिन के दस बजे करें इन फूड्स का सेवन:
सुबह 8 बजे नाश्ता करने के बाद 10 बजे तक भूख लगने लगती है। आप दस बजे नाश्ते में फ्रूट को शामिल कर सकती हैं। आप दस बजे भूख लगने पर नाश्ते में सेब, केला, अनार और संतरे का सेवन कर सकते हैं।
दोपहर के खाने में करें इन फूड्स को शामिल:
दोपहर के खाने में आप पालक, मिक्स वेज का सेवन कर सकते हैं। दोपहर में आप 200 ग्राम मछली भी खा सकते हैं। इसके साथ ही आप कोई भी सलाद ले सकते हैं जो आपको पसंद हो। खीरे का सलाद, चुकंदर का सलाद खा सकते हैं बॉडी को फायदा पहुंचाएगा। जस्टेशनल डायबिटीज में चावल से परहेज करना जरूरी है।
शाम के नाश्ते में ऐसे फूड्स हैं बेहतर:
शाम में करीब 5 बजे बहुत भूख लगती है तो आप सूखी भेल का सेवन करें।
रात के खाने में करें ये फूड शामिल:
रात का खाना 7:30-8 बजे के आसपास हो जाए तो बेहतर होता है। इसमें सूप, कद्दू का सूप या शाकाहारी सूप या चिकन सूप का सेवन कर सकती हैं।