खराब खानपान और लाइफस्टाइल के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो जाती हैं, जिसमें पाचन बहुत ही आम है। ऐसे में बीमारियों से बचने के लिए खीरे की कांजी बहुत ही फायदेमंद होती है। गर्मियों के मौसम में ठंडी तासीर वाली चीजें ज्यादा खाई जाती हैं, जिससे शरीर ठंडा रहे। नोएडा के मानस हॉस्पिटल और डाइट मंत्रा क्लीनिक की डायटीशियन कामिनी सिन्हान ने बताया कि खीरे की कांजी गट हेल्थ के साथ-साथ कई बीमारियों के लिए भी फायदेमंद है।

कामिनी सिन्हान के मुताबिक, खीरे की कांजी एक ताजगी भरी और स्वस्थ प्रोबायोटिक डिंक है, जो खासतौर पर गर्मियों में बहुत फायदेमंद है। यह खीरे, पानी, और मसालों को मिलाकर बनाया जाता है, जिसे कुछ दिनों के लिए किण्वित होने के लिए छोड़ दिया जाता है। खीरे की कांजी न केवल पाचन को दुरुस्त रखती है, बल्कि यह गट हेल्थ यानी आंतों की सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह शरीर को हाइड्रेट करती है और इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाने का काम करती है।

हाइड्रेशन

खीरे की कांजी एक हाइड्रेटिंग ड्रिंक है, जिससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस अच्छा बना रहता है। ये शरीर को ठंडक का एहसास कराती है और शरीर को गर्मियों में फायदा भी पहुंचाती है। इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं होती।

पाचन तंत्र मजबूत बनाए

खीरे की कांजी की पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इससे शरीर को प्रोबायोटिक्स और फाइबर की भरपूर मात्रा मिलती है। इसके शरीर में कब्ज, ब्लोटिंग, पेट दर्द और ऐंठन की दूर हो जाती है। इसके अलावा फर्मेंटेशन से तैयार इस कांजी में नेचुरल प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंतों में गुड बैक्टीरिया बढ़ाते हैं।

इम्यूनिटी बूस्ट

खीरे की कांजी इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए बहुत ही असरदार होती है। गट हेल्थ और इम्यून सिस्टम का सीधा संबंध है। कांजी पीने से रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ती है।

कैसे बनाएं खीरे की कांजी?

एक कांच के जार में पानी डालें, उसमें खीरे के टुकड़े, राई, हल्दी और काला नमक डालें। इसे अच्छे से मिलाकर ढक्कन ढीला बंद करें। जार को 2–3 दिन तक धूप में रखें ताकि फर्मेंट हो जाए। इसके बाद हर दिन हल्का हिलाएं। 3 दिन बाद आपकी कांजी तैयार हो जाएगी और इसे छानकर ठंडा करके पिएं।

वहीं, रिसर्च के अनुसार, जो लोग रोजाना 2-3 कप ब्लैक कॉफी पीते हैं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 25-30 प्रतिशत तक कम हो सकता है।