सिंगापुर और हांगकांग जैसे एशियाई देशों में पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हांगकांग, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे एशियाई देशों में कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। हांगकांग और सिंगापुर में कोरोना का नया वेरिएंट तेजी से पैर पसार रहा है, अब भारत में भी इसके मामले मिलने लगे हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में देश में कोरोना के 58 नए मरीज सामने आए हैं। चलिए आपको बताते हैं कोविड-19 के नए वेरिएंट के लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचें।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अब तक कोविड-19 को आमतौर पर सर्दी और ठंडे मौसम में फैलने वाली बीमारी माना जाता था, लेकिन इस बार गर्मी के मौसम में ही इसके मामले बढ़ रहे हैं। भारत में इसके मामले मिले हैं। हालांकि, इसको लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार सतर्क हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना मरीजों की मौजूदा संख्या कम है, ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है।
कोरोना का नया वेरिएंट कितना खतरनाक
सिंगापुर में कोरोना का LF.7 और NB.1 वेरिएंट कहर मचा रहा है। ये वेरिएंट JN.1 स्ट्रेन से संबंध रखते हैं। ये दोनों ओमिक्रॉन परिवार से जुड़े हैं, लेकिन इनमें कुछ नए म्यूटेशन हैं जो इन्हें ज्यादा संक्रामक और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यूनिटी को कमजोर बनाने में सक्षम हैं।
LF.7 वेरिएंट
यह वेरिएंट चीन से सामने आया था और वहां तेजी से फैलने लगा था। यह भी ओमिक्रॉन के सबवेरिएंट का हिस्सा है और अन्य वेरिएंट्स की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है। शुरुआती रिसर्च के अनुसार, यह वेरिएंट वैक्सीन से बनी इम्यूनिटी को आंशिक रूप से बायपास कर सकता है। वहीं, इसके लक्षणों की बात की जाए तो इसमें हल्का बुखार, सूखी खांसी, गले में खराश, नाक बंद या बहना और थकान आदि हो सकता है।
NB.1 वेरिएंट
NB.1 वेरिएंट अमेरिका, यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में फैल रहा है। इसे एक इम्यून एस्केप वेरिएंट माना जा रहा है। यह शरीर की इम्यूनिटी से बच निकलने में सक्षम है। इसकी ट्रांसमिशन क्षमता भी अधिक बताई जा रही है। इस वेरिएंट के लक्षणों में तेज सिरदर्द, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश और लंबे समय तक खांसी आदि शामिल है।
वहीं, यूएस स्थित नेबरास्क मेडिसिन में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ मार्क.ई.रप के मुताबिक, वर्तमान में अमेरिका सहित दुनिया के कई हिस्सों में सबसे प्रमुख वेरिएंट LP.8.1 है, जिसके 70% मामले हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ये वैरिएंट वैसे तो ज्यादा खतरनाक नहीं हैं पर लोगों की समय के साथ कमजोर होती प्रतिरक्षा के कारण वायरस अधिक आसानी से फैल रहा है।
कोविड 19 से बचाव कैसे करें
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें
- हाथों की साफ रखें
- किसी भी लक्षण के दिखते ही तुरंत टेस्ट कराएं
- बुजुर्ग और बीमार व्यक्तियों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए
- वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज पूरा कराएं
- खानपान और लाइफस्टाइल का ध्यान रखें
वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।