Coronavirus in India, symptoms, Cause, Treatment: विश्व भर में 3 हजार से भी अधिक लोगों को अपनी चपेट में लेने वाले कोरोनावायरस भारत में भी दस्तक दे चुका है। देश के अलग शहरों में इस वायरस से पीड़ित होने की आशंका पर लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भर्ती किये गए सभी लोग कुछ समय पहले ही चीन या हॉन्गकॉन्ग से लौटे हैं। वहीं, कोलकाता में एक थाई नागरिक मौत के बाद से सरकार और ज्यादा अलर्ट हो गई है। हालांकि, किसी भी व्यक्ति में कोरोनावायरस से संक्रमण अब तक प्रमाणित नहीं हुआ है। अब भारत भी कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों को लेकर अलर्ट हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक 400 सीट वाले एक बोइंग 747 विमान को मुंबई में किसी अपात उड़ान के लिए तैयार रखा गया है। चीन में कोरोना वायरस से 81 लोगों की मौत हो चुकी है।
इन शहरों में मिले हैं मामले- हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक खबर के अनुसार पटना के अलावा कोलकाता, चंडीगढ़ और जयपुर में भी लोगों में इस वायरस के लक्षण पाए जाने के बाद इन्हें अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। वहीं, दिल्ली में भी तीन लोगों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से दो लोग पिछले हफ्ते ही चीन से लौटे हैं जबकि तीसरे व्यक्ति को लौटे हुए एक महीना हो गया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के महाराजगंज के एक युवक को भी जिला अस्पताल में जांच के लिए भर्ती किया गया। यह युवक चीन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई करता है और कुछ दिन पहले ही लौटा है। हैदराबाद, मुंबई और बेगलुरु में भी सर्दी और बुखार के लक्षण के बाद कुछ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बेहद खतरनाक है ये वायरस- खबर के मुताबिक चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के शोधकर्ताओं ने इस नए वायरस को 2002-03 में आए सार्स वायरस से अधिक खतरनाक बताया। इस वायरस के संक्रमण होने के 4 से 5 दिन बाद ही बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं। कोरोनावायरस के लक्षण आम फ्लू के तरह ही होते हैं, जिससे इसकी पहचान कर पाना मुश्किल है। चीन के ही एक और हेल्थ समूह ने इस वायरस के संक्रमण को और शक्तिशाली होने का दावा किया है। उनके अनुसार एक संक्रमित व्यक्ति अन्य तीन लोगों को इस वायरस की चपेट में लाता है।
कैसे करें बचाव- हालांकि, कोरोनावायरस से लड़ने के लिए अभी तक किसी भी प्रकार का वैक्सीन नहीं बना है। लेकिन भारत सरकार से लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) तक, सभी ने इस वायरस से बचने के लिए हेल्थ एडवायजरी जारी की है। इसके अनुसार सर्दी-जुखाम और निमोनिया से पीड़ित लोगों के संपर्क में आने से बचें, साथ ही अपने आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखें। हाथों को बार-बार साबुन से अच्छी तरह से धोएं और कोशिश करें कि मास्क पहनकर ही बाहर निकलें। इसके अलावा जंगली और खेतों में रहने वाले जानवरों से दूर रहें। ऐहतियात बरतने पर आप इस वायरस से बच सकते हैं।
इसके अलावा मध्य प्रदेश के उज्जैन में भी कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज मिला है, उसे अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है, जहां उसका इलाज जारी है. वायरस की पुष्टि के लिए नमूना जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे भेजा गया है.
चीन से फैल रहे Corona वायरस को लेकर पंजाब और चंडीगढ़ में दहशत है। मोहाली में कोरोना वायरस से संक्रमित संदिग्ध मरीज मिला है। 28 साल का यह युवक हाल में ही चीन की यात्रा कर लौटा है। इससे चंडीगढ़ और आसपास क्षेत्र में हड़कंप है। पंजाब सरकार कोरोना वायरस को लेकर सतर्क हो गई है। राज्य सरकार ने इसके मद्देनजर अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइंस जारी कर लोगों से एहतियात बरतने को कहा है।
आरएमएल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मीनाक्षी भारद्वाज ने कहा कि जहां तक सावधानी बरतने की बात है, कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज़ को सांस की तकलीफ़, खांसी, ज़ुकाम और बुख़ार हो सकते हैं या इनमें से कुछ लक्षण हो सकते हैं. लेकिन पैनिक होने की ज़रूरत नहीं है. अगर कोई संभावित मरीज़ जो इन लक्षणों का हो और चीन से आए व्यक्तियों के सम्पर्क में भी रहा हो तो उसकी तुरंत जांच करानी चाहिए. ऐसे संभावित कोरोना वायरस के मरीज़ों से मेडिकल दूरी बना के रखें और इनकी तुरंत जांच कराएं या सरकारी अस्पताल या प्रशासन को सूचना दें.
सूत्रों के मुताबिक 400 सीट वाले एक बोइंग 747 विमान को मुंबई में किसी अपात उड़ान के लिए तैयार रखा गया है. चीन में कोरोना वायरस से 81 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के हुबेई प्रान्त में कोरोना वायरस संक्रमण संकट के बीच भारत अपने नागरिकों को बाहर निकलने योजना भी बना रहा है. इस कड़ी में सोमवार को कैबिनेट सचिव राजीव गाबा के अध्यक्षता में बहु मंत्रालयी बैठक में सर्वाधिक प्रभावित वुहान शहर से भारतीयों की निकासी योजना पर काम शुरू करने का फैसला लिया गया. बीजिंग स्थित भारत का दूतावास चीनी प्रशासन के साथ मिलकर भारतीयों तक मदद पहुंचाने में भी लगा है।
बिहार के छपरा शहर की रहने वाली 29 साल की एकता कुमारी को पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच)में सोमवार सुबह भर्ती कराया गया। एकता चीन में न्यूरो रिसर्च सेंटर में साइंटिस्ट हैं और वहां से पीएचडी कर रही हैं। वह 22 जनवरी को विमान से कोलकाता और वहां से ट्रेन से छपरा पहुंचीं। वहां उन्हें तेज बुखार हो गया।
दिल्ली में भी कोरोना वायरस के तीन संदिग्ध लोगों की पहचान की गई है। वायरस के संदिग्ध लोगों को आरएमएल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया हैं। जानकारी के मुताबिक ये लोग भी हाल ही में चीन से वापस लौटे हैं। इसलिए उनका सैंपल जांच के लिए पुणो स्थित राष्ट्रीय वायरोलॉजी संस्थान में भेज दिया गया है।
जिन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं उनके टेस्ट सैम्पल्स पुणे के इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ विरोलॉजी भेजे जा रहे हैं। वहां के ऑफिशियल्स के अनुसार अब तक कुल 20 सैम्पल्स भेजे गए हैं जिनमें से 19 को जांच लिया गया है। ICMR-NIV की नई डाइरेक्टर अनुसार सैम्पल्स को चेक करने में जितना समय लग रहा है, उसे घटाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
यात्रा के दौरान किसी भी तरह के जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
इसके अलावा सिंगल यूज मास्क को इस्तेमाल करने के तुरंत बाद फेक दें।
पूरी तरह से पका हुआ खाना ही खाएं
बीमार पड़ने पर अगर आप किसी डॉक्टर को दिखाते हैं तो उसे अपने पुराने अथवा आने वाला यात्रा की जानकारी अवश्य दें।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से खुद को बचाने के लिए कुछ ऐहतियात बरतना बेहद जरूरी है। अगर आप कहीं यात्रा पर जा रहे हैं, तो इन बातों का रखें खास ख्याल
सर्दी- जुखाम होने की स्थिति में अगर यात्रा जरूरी न हो तो उसे टालना बेहतर है। इसके अलावा यात्रा करते वक्त मास्क का इस्तेमाल करें, और जहां तक हो सके मास्क को बार-बार छूने से बचें।
जब संभव हो, हाथों को अच्छी तरह धोते रहें।
बीबीसी में छपी रिपोर्ट के अनुसार, जहां से इस वायरस की शुरुआत हुई थी यानि कि चीन के वुहान शहर में छह दिनों के भीतर एक अस्पताल बनाने का काम जारी है, ताकि समय रहते मरीज़ों की इलाज किया जा सके। इस अस्पताल में 1000 बिस्तर लगाने की क्षमता होगी। चीनी सरकारी मीडिया द्वारा जारी किए गए वीडियो में देखकर ये पता लगाया जा सकता है कि अस्पताल के लिए 25 हज़ार वर्ग मीटर वाले एक इलाके में खुदाई का काम चालू हो चुका है।
विश्व भर में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के बावजूद के बाद भी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब तक इसे वैश्विक हेल्थ इमरजेंसी नहीं घोषित किया है। संयुक्त राष्ट्र के ट्विटर अकाउंट पर आए बयान के अनुसार डब्लूएचओ की आपात समिति ने निर्णय लिया कि है कि कोरोना वायरस से होने वाला खतरा फिलहाल एक वैश्विक स्वास्थ्य एमरजेंसी नहीं है, पर प्रकोप की जांच-पड़ताल करने, निगरानी बढ़ाने और रोकथाम के उपायों को सुदृढ़ करने के लिए टीम तैयार की गई है।
साधारण फ्लू के जैसे ही कोरोना वायरस के भी लक्षण हैं, जिस वजह से आम बुखार और कोरोना वायरस में अंतर पता कर पाना बेहद मुश्किल है। आप इसे खुद से नहीं पता कर सकते, इसलिए आपको लैब में टेस्ट कराना जरूरी है। निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना भी इसके लक्षण हैं। इन समस्याओं की शिकायत होने पर नाक और गले का टेस्ट और ब्लड टेस्ट कराने बाद ही कोरोना वायरस की पुष्टि हो सकती है। वहीं, अगर इस वायरस का संक्रमण आपके सांस की नली और फेफड़ों तक पहुंच गया है तो यह निमोनिया का कारण बन सकता है।
नए कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए डब्लूएचओ ने भी एडवायजरी जारी की है। ट्विटर पर जारी किये गए इस एडवाइजरी को संयुक्त राष्ट्र ने भी साझा किया है। इसमें उन्होंने कई तरह की चीजों से परहेज करने की सलाह दी है। एडवाइजरी के अनुसार सर्दी-जुखाम से पीड़ित लोगों के संपर्क में आने से बचें। इसके अलावा, साफ-सफाई को लेकर भी ऐहतियात बरतने की भी बात की गई है। अल्कोहल युक्त हैंडवाश से बार-बार हाथ धोते रहें, साथ ही जानवरों के संपर्क में आने से भी बचें।
कोरोना वायरस बड़ी ही तेजी से दुनिया के कई देशों में अपने पैर पसार रहा है। यह वायरस सार्स से भी अधिक शक्तिशाली बताया जा रहा है, साथ ही यह आसानी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है। कम इम्युनिटी होने की वजह से लोग इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं, ऐसे में डायबिटीज और निमोनिया के मरीजों को अलर्ट हो जाने की जरूरत है। इन दोनों ही बीमारियों में लोगों का इम्युन सिस्टम कमजोर पड़ जाता है। इसके अलावा छोटे बच्चों और बूढ़ो को भी सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है क्योंकि बाकियों की तुलना में बच्चे और बूढ़े ज्यादा जल्दी किसी भी बीमारी के घेरे में आते हैं।
भारत सरकार के राष्ट्रीय वेक्टरजनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के सलाहकार डॉ. ए सी धारीवाल के अनुसार इंसान से इंसान में संक्रमण फैलने का अब तक कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिला है। वहीं, ये वायरस इंसानों में पशुओं के माध्यम से आया है, इस बात को सभी वैज्ञानिक मान रहे हैं। इंसानों के माध्यम से भी फैलने की संभावना होने की वजह से लोग इस वायरस के प्रति अधिक सचेत हो गए हैं।
भारत के कई शहरों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने के बाद लोगों को अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है। बिहार के सारण जिले की एक युवती को फ्लू के बाद पीएमसीएच में भर्ती करवाया गया। वहीं, दिल्ली के राम मनोहर लोहिया में भी लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इसके अलावा, जयपुर, केरल के कई शहरों, चंडीगढ़, हैदराबाद, बेंगलुरु और मुंबई जैसे बड़े शहरों में भी कई लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं।
कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार ने भी स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने को कहा है। इस वायरस को लेकर भारत में भी सावधानी बरती जा रही है। देश के लगभग सभी बड़े हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। चीन और हॉन्गकॉन्ग से लौटे यात्रियों की थर्मल जांच की जा रही है, साथ ही पिछले कुछ समय में चीन से लौटे यात्रियों पर भी निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा सरकार, दूरदराज इलाकों के साथ ही जनजातीय इलाकों में भी लोगों को जागरुक करने में जुटी हुई है।
चीन के अलावा भी दुनिया के विभिन्न हिस्सों में इस वायरस का कहर जारी है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, साउथ कोरिया जैसे कई देशों में कोरोनावायरस के मरीज पाए गए हैं। हालांकि, ये सभी मरीज कुछ समय पहले ही चीन से लौटे थे। वहीं, हॉन्गकॉन्ग चीन के बाद कोरोना वायरस से प्रभावित होने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश है। हॉन्गकॉन्ग फ्री प्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार वहां अब तक इस वायरस के 456 मामले दर्ज हो चुके हैं।
इस नए वायरस को वैज्ञानिकों ने (nCoV)2019 नाम दिया है। उनके अनुसार यह नए तरह का वायरस 2002-03 के सार्स वायरस से भी अधिक खतरनाक है। इसमें मौजूद पैथोजेंस बेहद शक्तिशाली हैं और पल भर में लोगों को संक्रमित कर देते हैं। चीन में हजारों लोग इससे पीड़ित हैं और कई मरीजों की इस वायरस ने जान ले ली है।
कोरोना वायरस के लक्षण किसी आम फ्लू के तरह ही होते हैं जिससे इससे पहचानना बेहद मुश्किल है। सिरदर्द, नाक बहना, गले में लगातार खराश रहने पर लोगों को डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इसके अलावा खांसी, सर्दी-जुखाम और बुखार भी इसके लक्षण हो सकते हैं। इससे पीड़ित लोग थकान और तबीयत ठीक नहीं महसूस होने की भी शिकायत करते हैं। इसके अलावा बार-बार छींक आना और अस्थमा का बिगड़ना भी इस वायरस की ओर संकेत करता है। वहीं, हालत ज्यादा गंभीर होने पर निमोनिया, फेफड़ों में सूजन और सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है।
वैज्ञानिकों के अनुसार ये नया कोरोना वायरस पशुओं के माध्यम से इंसानों में आया है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि ये वायरस सांप के जरिये लोगों में आया है क्योंकि चीन के कई प्रांतों में लोग सांप का मांस खाते हैं. डब्लूएचओ द्वारा जारी किए गए एडवायजरी में ये साफ तौर से लिखा हुआ है कि अभी कुछ समय के लिए जंगली और खेत में रहने वाले जानवरों से दूरी बना लें। वहीं, मानव से मानव के बीच संक्रमण को लेकर अभी तक वैज्ञानिक उलझन में ही हैं।
चीन से शुरू हुआ यह वायरस, कोरोना वायरस का एक प्रकार है। कोरोना वायरस कई किस्म के होते हैं लेकिन इनमें से छह को ही लोगों को संक्रमित करने के लिए जाना जाता था। लेकिन इस नए वायरस से इसकी संख्या 7 हो गई है। इस वायरस के जेनेटिक कोड के जांचने के बाद यह पता चला है कि अन्य कोरोना वायरस की तुलना में 'सार्स' मिलता-जुलता है। साथ ही इंसानों को संक्रमित करने की शक्ति रखता है।
चीन के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में से एक वुहान प्रांत से इस वायरस का फैलना शुरू हुआ। लगभग एक महीने में इस वायरस ने पूरे चीन में हजारों लोगों को अपना शिकार बनाया। वहां पूरी तरह पैर पसारने के बाद इस वायरस ने दूसरे देश के लोगों को भी अपने चपेट में ले लिया। एशिया महाद्वीप में चीन के अलावा जापान, थाइलैंड, हॉन्ग-कॉन्ग और साउथ कोरिया में भी इस वायरस का प्रकोप बहुत भयंकर है। इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी एडवाइजरी जारी की है।
कोरोना वायरस के लक्षण मिलने पर लोग दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में जांच के लिए आ सकते हैं। इस अस्पताल को दिल्ली में कोरोनावायरस के लिए मेन फेसिलिटी के लिए चुना गया है। यहां से सभी सैंपल जांच के लिए नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ विरोलॉजी भेजा जा रहा है।