आपकी आंत ही शरीर का केंद्र है, जो कुछ भी आपके गट में जाता है, उसका असर आपके शरीर के हर अंग पर पड़ता है। हमारी इम्यूनिटी से लेकर मेटाबॉलिज्म और मूड तक, शरीर की लगभग हर प्रणाली और प्रक्रिया का संबंध हमारे आंत में मौजूद सूक्ष्म बैक्टीरिया से है। इन सूक्ष्म माइक्रोबायोम के हाथों में ही हमारी सेहत की डोर है, इसलिए इनके पोषण का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इन बैक्टीरिया को बढ़ाने और संतुलित रखने के लिए डाइट में कुछ खास फूड्स का सेवन करना आवश्यक है।
प्रोविडेंस सेंट जॉन्स हेल्थ सेंटर, सैंटा मोनिका, कैलिफोर्निया के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. रुडॉल्फ बेडफ़ोर्ड के मुताबिक, गट में सही मात्रा और संतुलन में बैक्टीरिया होना भोजन को पचाने में मदद करता है। ये बैक्टीरिया न सिर्फ पाचन को दुरुस्त रखते हैं बल्कि हमारी ओवरऑल हेल्थ को भी सपोर्ट करते हैं।
The Small Change Diet की लेखिका केरी गैंस के अनुसार, अगर आपकी गट हेल्थ बिगड़ जाती है, तो आपको लंबे समय तक कब्ज़, दस्त, गैस, ब्लोटिंग, डिप्रेशन और नींद की समस्या जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। अगर आप अपनी गट हेल्थ में सुधार करना चाहते हैं और पाचन को दुरुस्त रखना चाहते हैं, तो अपनी डाइट में फाइबर, प्रोबायोटिक्स, प्रीबायोटिक्स और ज़रूरी विटामिन व मिनरल्स से भरपूर फूड्स का सेवन करें। ये सभी पोषक तत्व न सिर्फ आपके पाचन में सुधार लाते हैं बल्कि आपकी संपूर्ण गट हेल्थ को भी मज़बूती देते हैं। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो पाचन को बेहतर बनाते हैं और गट हेल्थ को बूस्ट करते हैं। आइए जानते हैं कि एक्सपर्ट्स पाचन सुधारने और गट हेल्थ मज़बूत करने के लिए किन-किन फूड्स का सेवन करने की सलाह देते हैं।
किमची (Kimchi)का करें सेवन
केरी गैंस ने बताया अगर आप चाहते हैं कि आपकी गट हेल्थ में सुधार हो तो आप किमची का सेवन करें। किमची, जो कि फर्मेंटेड पत्तागोभी है। इसके फर्मेंटेशन की प्रक्रिया से पोस्ट बायोटिक्स बनते हैं। ये ऐसे तत्व हैं जो जीवित न होकर भी हमारे शरीर को फायदा पहुंचाते हैं। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि पोस्ट बायोटिक्स गट माइक्रोबायोम को संतुलित करने और पाचन को दुरुस्त करने में मददगार साबित होते हैं। इस तरह किमची आपकी डाइट में स्वाद और सेहत दोनों में इज़ाफा कर सकती है और अरबों की संख्या में गुड बैक्टीरिया भी बढ़ा सकती है।
अदरक (Ginger) भी पाचन के लिए अमृत
कभी-कभी लोग अदरक खाने के बाद ब्लोटिंग की शिकायत करते हैं, लेकिन डॉ. बेडफ़ोर्ड के अनुसार यह गट हेल्थ को कंट्रोल करने के लिए बहुत फायदेमंद है। अदरक आंतों में सूजन को कम करता है, यह बाउल मूवमेंट्स को नियमित करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स गुण भी मौजूद होते हैं जो पाचन को बेहतर बनाने के साथ-साथ भोजन में स्वाद भी बढ़ाता है।
केला (Bananas) खाएं
डॉ. बेडफ़ोर्ड के अनुसार अगर आप पाचन को दुरुस्त करना चाहते हैं और गट हेल्थ में सुधार करना चाहते हैं तो आप केला का सेवन करें। केला फाइबर से भरपूर होता हैं, जो पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता हैं और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता हैं। न्यूट्रिशनिस्ट नैटली रिज़ो के अनुसार, केले में प्रीबायोटिक भी पाए जाते हैं। ये प्रीबायोटिक आंत में मौजूद गुड बैक्टीरिया को पोषण देते हैं और उन्हें बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे गट हेल्थ मजबूत होती है।
दही (Yogurt) का करें सेवन
केरी गैंस सलाह देती हैं कि अपनी डाइट में दही ज़रूर शामिल करें, क्योंकि यह प्रोबायोटिक्स से भरपूर एक बेहतरीन फूड है। गैंस के अनुसार प्रोबायोटिक्स जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं, जो आंत में गुड बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं। दही को आप आसानी से स्वादिष्ट स्नैक्स के रूप में खा सकते हैं या फिर स्मूदी, सूप, ड्रेसिंग, बेक्ड डिशेज़ और अन्य रेसिपीज़ में भी शामिल कर सकते हैं। इससे स्वाद भी बढ़ता है और गट हेल्थ भी मज़बूत होती है।
नाशपाती (Pears) भी गट का है इलाज
नाशपाती भी आपकी डाइट में शामिल करने के लिए एक बेहतरीन फल है। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट केरी गैंस के अनुसार नाशपाती फाइबर का अच्छा स्रोत है, खासतौर पर घुलनशील फाइबर का। यह घुलनशील फाइबर आंतों की गति को नियमित बनाए रखने में मदद करता है और पाचन तंत्र को हेल्दी रखता है। नाशपाती खाने से न सिर्फ पेट हल्का और साफ़ रहता है, बल्कि यह गट हेल्थ को भी सपोर्ट करता है। इसे फल के रूप में सीधा खाया जा सकता है या सलाद और अन्य डिशेज़ में शामिल किया जा सकता है।
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