आंखों की रोशनी जिंदगी के लिए वरदान है, लेकिन अक्सर इसकी अहमियत तब समझ में आती है जब यह कमज़ोर होने लगती है। आंखों की कमजोरी आजकल सिर्फ उम्र बढ़ने की वजह से ही नहीं होती, बल्कि हमारी बदलती जीवनशैली और आदतें भी इसके लिए ज़िम्मेदार हैं। मोबाइल, लैपटॉप और टीवी जैसे गैजेट्स का लंबे समय तक इस्तेमाल आंखों पर लगातार दबाव डालता है। खराब डाइट, नींद की कमी और शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी भी आंखों की रोशनी को प्रभावित करती है।

इसके अलावा प्रदूषण, धूल-मिट्टी और लंबे समय तक धूप में बिना सनग्लासेस के रहने से भी आंखों को नुकसान पहुंचता है। लगातार स्क्रीन टाइम के कारण ड्राई आई, धुंधला दिखना और आंखों में जलन जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। कुछ बीमारियों की वजह से भी आंखों की रोशनी कम होने लगती है, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और थायराइड इसमें अहम हैं।

विशेषज्ञ मानते हैं कि संतुलित आहार, पर्याप्त नींद, नियमित आंखों की जांच और सही समय पर हेल्थ सप्लीमेंट्स लेना आंखों की सेहत बनाए रखने के लिए बेहद ज़रूरी है। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड आंखों के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। अक्सर आंखों का इलाज करने के लिए हम लोग चश्मा, कॉन्टैक्ट लेंस या बार-बार आंखों की जांच करवाने पर तो जोर देते हैं लेकिन डाइट को नजरअंदाज कर देते हैं। हेल्थलाइन के मुताबिक आपकी हेल्दी डाइट ड्राई आंखों से लेकर उम्र बढ़ने के साथ होने वाली आंखों की बीमारियों के खतरे को भी कम कर सकती है। कुछ फूड्स आंखों की रोशनी बढ़ाते हैं और आंखों को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे फूड्स हैं जो आंखी की घटती रोशनी को बढ़ा सकते हैं।

गाजर से करें आंखों का इलाज

गाजर पीढ़ियों से आंखों के लिए फायदेमंद मानी जाती है। इसमें मौजूद बीटा-कैरोटीन शरीर में विटामिन A में बदल जाता है। इसमें ल्यूटिन भी पाया जाता है, जो रेटिना को हानिकारक रोशनी से बचाता है। गाजर की सब्जी या सलाद खाने से स्क्रीन से होने वाले आंखों के तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है।

पालक भी है असरदार

हरी पत्तेदार सब्ज़ियां ल्यूटिन और ज़ीएक्सैंथिन से भरपूर होती है, जो आंखों में अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट हानिकारक नीली रोशनी को फ़िल्टर करते हैं और उम्र बढ़ने से होने वाले मैक्युलर डिजनरेशन को धीमा करते हैं। आंखों के लिए आप पालक का सेवन करें।  दाल या पराठे में पालक मिलाकर खाएं आंखों की सेहत में सुधार होगा।

आंवला भी करेगा असर

आंवला विटामिन C का सबसे समृद्ध स्रोत है, जो आंखों में कोलेजन बनाने के लिए ज़रूरी है। इसका नियमित सेवन आंखों की कोशिकाओं (capillaries) को मजबूत करता है और मोतियाबिंद का खतरा कम करता है। आंवले की चटनी या एक गिलास आंवला जूस ताज़गी देने के साथ-साथ आंखों के लिए भी फायदेमंद है।

कद्दू के बीज का करें सेवन

अक्सर नजरअंदाज किए जाने वाले कद्दू के बीज जिंक का खज़ाना हैं। यह मिनरल विटामिन A को लिवर से रेटिना तक ले जाने और मेलानिन बनाने में मदद करता है, ये एक ऐसा पिगमेंट जो आंखों की हिफाजत करता है। इन सीड्स को हल्का सेंककर नमक के साथ भूनकर खाएं ये खाने में स्वादिष्ट लगेंगे और सेहत को फायदा भी पहुंचाएंगे।

शकरकंद भी है असरदार

शकरकंद में गाजर जैसा ही विटामिन A होता है, लेकिन इसमें अतिरिक्त फायबर और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। इसका नारंगी रंग बीटा-कैरोटीन की भरपूर मात्रा का संकेत देता है। शाम को भुनी हुई शकरकंद भूख मिटाने के साथ-साथ आंखों को भी पोषण देती है।

बादाम से बढ़ाएं आंखों की रोशनी

बादाम का सेवन दिमागी ताकत बढ़ाता है और आंखों को भी पोषण देता है।  इनमें मौजूद विटामिन E आंखों को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है। नियमित सेवन करने से मोतियाबिंद और उम्र से जुड़ी नज़र की समस्याओं का खतरा कम होता है। रातभर भिगोए हुए मुट्ठीभर बादाम खाना आंखों के लिए बहुत उपयोगी है। ये सीड्स दिमाग और आंखों दोनों को हेल्दी रखते हैं।

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