खराब पाचन पूरी सेहत को बिगाड़ देता है। पाचन को दुरुस्त करने के लिए डाइट का ध्यान रखना, लाइफस्टाइल में बदलाव करना और तनाव से दूर रहना जरूरी है। खराब पाचन न केवल पेट की समस्याएं बढ़ाता है बल्कि पूरी बॉडी पर नकारात्मक असर डालता है। पाचन तंत्र जब ठीक से काम नहीं करता तो पोषक तत्वों का सही अवशोषण नहीं हो पाता जिससे कमजोरी, थकान, पेट दर्द, एसिडिटी, कब्ज और गैस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। पाचन को दुरुस्त करने के लिए डाइट में हरी सब्जियां, फल और साबुत अनाज का सेवन करना जरूरी है। फाइबर रिच ये फूड पाचन सुधारने में मदद करते हैं।
पाचन को दुरुस्त करने के लिए बॉडी को हाइड्रेट करना जरूरी है। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। खाने को धीरे-धीरे और अच्छे से चबाकर खाएं और बॉडी को एक्टिव रखें। हल्की एक्सरसाइज और योगासन पाचन को दुरुस्त रखते हैं। डाइट में कुछ प्रोबायोटिक्स का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है। पाचन को दुरुस्त करने में कुछ मसालों का सेवन अमृत की तरह साबित होता है। किचन में मौजूद दालचीनी का सेवन करने से पाचन में सुधार होता है और गट हेल्थ दुरुस्त रहती है।
मदरहुड हॉस्पिटल, लूला नगर, पुणे की कंसल्टेंट डायटीशियन डीटी इशारा महदवी ने बताया कि दालचीनी का सेवन बॉडी को डिटॉक्स करता है आंतों की सफाई करता है। जिन लोगों का पाचन खराब रहता है वो रोजाना दालचीनी का सेवन उसकी चाय बनाकर करें। इसका सेवन करने से अपच, गैस,पेट दर्द और सीने में जलन का इलाज करने में किया जा सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि पाचन को दुरुस्त करने में और गट हेल्थ में सुधार करने में दालचीनी का पाउडर कैसे असरदार साबित होता है।
दालचीनी से अपच,गैस और पेट दर्द का इलाज
दालचीनी (Cinnamon) का सेवन गट हेल्थ को दुरुस्त करने में दवा की तरह असर करता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर दालचीनी का सेवन पेट की हेल्थ को दुरुस्त करता है। रोजाना दालचीनी का पाउडर बनाकर खाने से गट बैक्टीरिया को बैलेंस करने में मदद मिलती है। दालचीनी हानिकारक बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से बचाव करती है। रोजाना दालचीनी पाउडर का सेवन करने से गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं और खराब बैक्टीरिया का सफाया होता है।
दालचीनी सूजन को कंट्रोल करती है। इसमें cinnamaldehyde कंपाउंड मौजूद होता है जो आंतों की सूजन को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) और लीक गट सिंड्रोम जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। रोजाना इसका सेवन करने से पाचन में सुधार होता है। दालचीनी पाचन एंजाइम की सक्रियता बढ़ाती है और पाचन को दुरुस्त करती है। दालचीनी का पाउडर चाय में डालकर या खाने में मिक्स करके खाने से एसिडिटी, अपच और ब्लोटिंग से राहत मिलती है।
दालचीनी के फायदे (Cinnamon benefits)
दालचीनी (Cinnamon) डायबिटीज कंट्रोल करने की नेचुरल दवा है। एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर दालचीनी का सेवन करने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है और ब्लड शुगर नॉर्मल रहती है। रोजाना दालचीनी का सेवन करने से वजन कंट्रोल होता है। दालचीनी का सेवन मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है और फैट बर्निंग प्रोसेस को बढ़ाता है। इसका सेवन करने से भूख कंट्रोल रहती है और मोटापा कम होता है। दिल को हेल्दी रखने में दालचीनी का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। रोजाना दालचीनी का सेवन करने से याददाश्त दुरुस्त रहती है और फोकस बढ़ाने में मदद मिलती है। तनाव और एंग्जायटी को कंट्रोल करने में ये मसाला जादुई असर करता है। इसका सेवन करने से मूड में सुधार होता है।
खाने के बाद इन 2 चीजों को तुरंत चबा लीजिए, पाचन तंत्र करने लगेगा तेजी से काम, सुबह उठते ही पेट की हो जाएगी सफाई। पूरी खबर पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें।