Cholesterol Level: कोलेस्ट्रॉल बॉडी में पाया जाने वाला चिपचिपा पदार्थ होता है जो दो तरह का होता है एक गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा खराब कोलेस्ट्रॉल। खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से बॉडी में कोलेस्ट्रॉ का बैलेंस बिगड़ने लगता है। खराब डाइट की वजह से बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है। कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना बॉडी में साइलेंट किलर की तरह माना जाता है। बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट अटैक और ब्रेन हैमरेज का खतरा अधिक होने लगता है। कोलेस्ट्रॉल का स्तर हाई होने से हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है।

नसों में गंदा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से दिमाग की नस फटने का खतरा भी अधिक रहता है जिसे ब्रेन हैमरेज कहते हैं। दिमाग की नस फटना एक घातक स्थिति है जिसका तुरंत इलाज नहीं कराया जाए तो ब्रेन में ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने पर मरीज की मौत भी हो सकती है।

अगर खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर (LDL) 100 से कम है तो कोई परेशानी की बात नहीं है लेकिन इसका स्तर हाई होने पर कई बीमारियों का जोखिम बढ़ने लगता है। कोलेस्ट्रॉल लेवल 130 mg/dL से 159 mg/dL तक पहुंच जाए तो हाई और बॉर्डरलाइन माना जाता है। जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल लेवल 160 से 189 mg/dL है तो ये स्तर काफी हाई होता है और मरीज के लिए खतरनाक स्थिति है। ऐसी स्थिति में मरीज को ब्रेन हैमरेज का खतरा बढ़ सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ब्रेन हेमरेज से बचाव के लिए कैसे कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करें।

ब्रेन हेमरेज किसे कहते हैं और क्यों होता है:

मेडिवर्सल के न्यूरोसर्जन एम्स दिल्ली के डॉक्टर सादिक आजाद सिद्दीकी के मुताबिक ब्रेन में नस फटने को या नस के जाम होने को स्ट्रोक कहते हैं। डायबिटीज,ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल हाई होने वाले मरीजों को ब्रेन हेमरेज का खतरा अधिक होता है। ब्रेन हेमरेज की स्थित में आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

ऐसी स्थिति में मरीज के किसी भी बॉडी के एक भाग में हल्की सी ताकत कम होना ब्रेन हेमरेज होने के लक्षण है। इस वर्निंग साइन को नजरअंदाज नहीं करें बल्कि तुरंत इलाज करें। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जर्नल के मुताबिक गंदा कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करके स्ट्रोक से बचा जा सकता है। क्योंकि जब दिमाग में ब्लड पहुंचाने वाली नस ब्लॉक हो जाती है तो स्ट्रोक आता है।

कोलेस्ट्रोल कंट्रोल करने के उपाय:

  • कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए आप डाइट का ध्यान रखें। ऑयली, मसालेदार और जंक फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।
  • रेगुलर एक्सरसाइज और वॉक करें। रेगुलर वॉक और एक्सरसाइज करके आप वेट और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकते हैं।
  • कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए आप कुछ मसालों का सेवन कर सकते हैं। 1.5 ग्राम दालचीनी पाउडर खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकता है।
  • खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए आप डाइट में फाइबर वाले फूड खाएं।
  • खाने में ओट्स,साबुत अनाज और जौ को शामिल करें।
  • सब्जियों में फलियां,बैंगन और भिंडी खाएं।
  • कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए कैनोला ऑयल, सोया बेस्ड फूड और फैटी फिश को डाइट में शामिल करें।