डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो बॉडी में कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए दवाइयों का सेवन करना, बॉडी को एक्टिव रखना और खानपान में बदलाव करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज कंट्रोल करने में मसालों का इस्तेमाल प्राचीन काल से ही किया जाता रहा है। मसालों का सेवन न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि कई बीमारियों का उपचार भी होता है। आयुर्वेद के मुताबिक कुछ मसाले इतनी ताकत रखते हैं कि वो बीमारियों पर कंट्रोल कर सकते हैं।

डायबिटीज मरीज सालों से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में दालचीनी  और काली मिर्च का सेवन करते रहे हैं। ये दोनों मसाले इम्युनिटी को स्ट्रांग करते हैं, बॉडी को हेल्दी रखते हैं और कई तरह की बीमारियों का भी उपचार करते हैं।

आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया काली मिर्च और दालचीनी दो ऐसे मसाले हैं जो ब्लड शुगर नॉर्मल करने से लेकर पाचन तक को दुरुस्त करते हैं। इन मसालों का सेवन आप उसका पाउडर बनाकर मसालों के रूप में कर सकते हैं या फिर चाय के रूप में कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि काली मिर्च का सेवन बॉडी को कैसे हेल्दी रखता है और डायबिटीज भी कंट्रोल करता है।

काली मिर्च और दालचीनी से सेहत को फायदे

दालचीनी और काली मिर्च दो ऐसे मसाले हैं जो हमारी स्किन, पाचन, डायबिटीज और बॉडी से जुड़ी कई परेशानियों का इलाज करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर दालचीनी का सेवन कई तरह की दवाइयों में किया जाता है। इसका सेवन करने से टाइप-2 डायबिटीज़ का जोखिम कम होता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में ये मसाला बेहद उपयोगी है। इसका सेवन करने से दिल के रोगों से बचाव होता है और कैंसर जैसी बीमारी का भी उपचार होता है।

काली मिर्च एक ऐसा मसाला है जिसका सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रांग होती है और वायरल फीवर का इलाज होता है। सर्दी जुकाम को दूर करने में ये मसाला जादुई असर करता है। इसका सेवन करने से वजन कंट्रोल रहता है, पाचन दुरुस्त रहता है, जोड़ों के दर्द का इलाज होता है।

दालचीनी ब्लड शुगर को कैसे कंट्रोल करती है?

कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि दालचीनी ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकती है। ये एक मीठा और गर्म मसाला है जिसमें सिनामाल्डिहाइड और सिनामिक एसिड जैसे बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करते हैं। रिसर्च से पता चलता है कि दालचीनी इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकती है, जिससे कोशिकाएं रक्त प्रवाह से ग्लूकोज को बेहतर ढंग से अवशोषित कर पाती हैं जिससे ब्लड में शुगर का स्तर बेहतर तरीके से कंट्रोल होता है। इंसुलिन प्रतिरोध या डायबिटीज वाले लोगों के लिए दालचीनी का सेवन फायदेमंद है।

काली मिर्च ब्लड शुगर को कैसे कंट्रोल करती है?

काली मिर्च एक ऐसा मसाला है जो औषधीय गुणों से भरपूर होता है। काली मिर्च में पिपेरिन होता है। पिपेरिन यौगिक अपने एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है। ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में काली मिर्च कितनी असरदार है इस पर अभी और रिसर्च बाकी हैं।