अस्वस्थ खानपान, जंक फूड्स का अत्यधिक सेवन, आलस्य और स्ट्रेस के कारण आज के समय में लोग ऐसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं, जिनसे निजात पाना आसान नहीं है। ऐसी है एक स्वास्थ्य समस्या है हाई यूरिक एसिड की। यूरिक एसिड एक तरह का केमिकल है, जो बॉडी में प्यूरीन नाम प्रोटीन के ब्रेकडाउन से बनता है। वैसे तो यह केमिकल किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद शरीर से फ्लश आउट हो जाता है, लेकिन जब शरीर में इसकी मात्रा बढ़ने लगती है तो इसके कारण लोग अन्य गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। हाई यूरिक एसिड के मरीजों को ना सिर्फ गाउट और अर्थराइटिस होने की संभावना बढ़ जाती है बल्कि हार्ट अटैक, किडनी फेलियर और मल्टीपल ऑर्गन फेलियर जैसी जानलेवा स्थिति का खतरा भी बढ़ जाता है।
एक अध्ययन के मुताबिक आज दुनिया में हर पांचवा व्यक्ति यूरिक एसिड की उच्च मात्रा से परेशान है। कई बार तो खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाने से उठने-बैठने और चलने-फिरने जैसी दैनिक कार्यों में भी समस्या उत्पन्न होने लगती है। ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स यूरिक एसिड के मरीजों को खानपान का विशेष रूप से ध्यान रखने की सलाह देते हैं। बढ़े हुए यूरिक एसिड को काबू में करने के लिए आप दवाइयों के साथ-साथ कुछ घरेलू उपायों की मदद ले सकते हैं, उन्हीं में से एक है करेला।
करेला: औषधीय गुणों से भरपूर करेले में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसमें आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन सी के साथ कैल्शियम, बीटा-कैरोटीन और पोटेशियम की भी अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होते हैं। केरेले का नियमित तौर पर सेवन करने से ना सिर्फ यूरिक एसिड बल्कि रक्त शर्करा के स्तर को भी काबू में रखा जा सकता है।
इस तरह करें सेवन: यूरिक एसिड के मरीज सब्जी के रूप में या फिर जूस बनाकर करेले का सेवन कर सकते हैं। जूस बनाने के लिए करेले का जूस बना लें, फिर इसका कड़वापन दूर करने के लिए इसमें थोड़ा-सा काला नमक और नींबू मिला लें। आप चाहें तो इसमें राई भी मिला सकते हैं। रोजाना सुबह खाली पेट आधा कप करेले के जूस का सेवन करने से यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है।
इसके अलावा आप करेले के पाउडर का भी सेवन कर सकते हैं। इसके लिए पहले करेले को काटकर उसे छाया में अच्छी तरह सुखा लें। फिर इसका पाउडर बनाकर, रोजाना सुबह आधा या फिर एक चम्मच पानी के साथ सेवन करें।