केला एक ऐसा फल है, जो न सिर्फ स्वादिष्ट है बल्कि पोषण से भरपूर भी है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, पोटैशियम और विटामिन्स इसे एनर्जी बढ़ाने, पाचन सुधारने और वजन मैनेज करने का बेहतरीन विकल्प बनाते हैं। हालांकि, केला खाने का सही समय जानना जरूरी है ताकि इसके सारे फायदे शरीर को पूरी तरह मिल सकें।

केला खाने का सही समय

केले में लगभग 80% कार्बोहाइड्रेट होता है, जो तेजी से ग्लूकोज में बदलकर शरीर को तुरंत एनर्जी देता है। इसलिए जब आपको तुरंत एनर्जी की जरूरत हो, केला खाना सबसे बेहतर विकल्प है।

वर्कआउट से पहले

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, एक्सरसाइज से 15–30 मिनट पहले केला खाने से मांसपेशियों को तुरंत फ्यूल मिलता है और सहनशक्ति बढ़ती है।

ब्रेकफास्ट

सुबह नाश्ते के साथ ओट्स, दही या होल ग्रेन टोस्ट के साथ केला लेने से दिनभर थकान नहीं होती और एनर्जी बनी रहती है।

मिड-आफ्टरनून स्नैक

दोपहर और शाम के बीच जब एनर्जी लेवल गिरने लगता है, उस समय केला खाने से बॉडी को नेचुरल शुगर और कार्बोहाइड्रेट का त्वरित सपोर्ट मिलता है।

पाचन के लिए केला कब खाएं

एक मीडियम साइज केले में करीब 3 ग्राम फाइबर होता है, जो डाइजेशन को बेहतर बनाता है और कब्ज से बचाता है। नाश्ते या लंच के साथ केला खाने से फाइबर का लेवल बढ़ता है, जिससे भोजन आसानी से पचता है और आंतों की सेहत बेहतर होती है।

कच्चा केला

हरे या अधपके केले में रेसिस्टेंट स्टार्च अधिक होता है, जो प्रीबायोटिक की तरह काम करता है और आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को पोषण देता है। इससे माइक्रोबायोम मजबूत होता है और डाइजेशन दुरुस्त रहता है। आयुर्वेद के अनुसार, रात में केला खाने से पाचन धीमा हो सकता है या कफ बढ़ सकता है, हालांकि इसके वैज्ञानिक प्रमाण सीमित हैं। इसलिए अगर रात में खाने से आपको भारीपन महसूस हो तो दिन के समय ही इसका सेवन करें।

वजन कम करने के लिए केला कब खाएं

केले में लगभग 105 कैलोरी होती है और यह फाइबर से भरपूर होता है, जिससे पेट देर तक भरा रहता है और अनावश्यक स्नैकिंग से बचाव होता है। ऐसे में खाने से 30 मिनट पहले केला खाने से पेट जल्दी भरता है और कैलोरी इनटेक कम होता है। जब मीठा खाने की इच्छा हो, तो केला एक हेल्दी और लो-कैलोरी विकल्प है। एक्सरसाइज से पहले केला खाने से एनर्जी बढ़ती है, जिससे ज्यादा समय तक और ज्यादा कैलोरी बर्न कर पाते हैं। हालांकि, डायबिटीज, किडनी रोग, केले की एलर्जी या माइग्रेन सेंसिटिविटी वाले लोगों को केला सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।

वहीं, फिटनेस ट्रेनर नवनीत रामप्रसाद के अनुसार, सिर्फ लंबी वॉक करना 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मजबूत बनाने के बजाय और भी कमजोर कर सकता है।