विटामिन और खनिज शरीर के लिए बहुत ही जरूरी है। बढ़ती उम्र के साथ-साथ तो इनकी आवश्यकता और महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि उम्र के साथ शरीर में इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है और कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। यू.एस. सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लगभग 4 में से 3 अमेरिकी (74.3%) सप्लीमेंट लेते हैं। इससे उम्र बढ़ने के साथ आहार में पोषक तत्व और विटामिन की कमी दूर होती है और ये गठिया या ऑस्टियोपोरोसिस जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम करने में मददगार होते हैं।
होलिस्टिक लाइफस्टाइल कोच एंड ऑथर ल्यूक कौटिनहो के मुताबिक, शरीर को बेहतर कामकाज के लिए विटामिन और मिनरल्स की जरूरत होती है। इनकी कमी से शरीर में कई गंभीर बीमारी होने का खतरा बढ़ने लगता है। इसी तरह बुजुर्गों में विटामिन की कमी कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी है और कुछ विटामिन, जैसे B12 और D, विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। B12 की कमी से तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएं और एनीमिया हो सकता है, जबकि विटामिन D की कमी से हड्डियों में कमजोरी और गिरने का खतरा बढ़ सकता है। चलिए आपको बताते हैं वरिष्ठ नागरिकों को क्या खाना चाहिए, उन्हें कब विटामिन और खनिज की खुराक लेनी चाहिए और कौन से विटामिन उनके लिए बहुत आवश्यक है।
होलिस्टिक लाइफस्टाइल कोच एंड ऑथर ल्यूक कौटिनहो के मुताबिक, शरीर को बेहतर कामकाज के लिए विटामिन और मिनरल्स की जरूरत होती है। बुजुर्गों में विटामिन की कमी कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी है और कुछ विटामिन, जैसे B12 और D, विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक, जैसे-जैसे लोग बड़े होते हैं, उनकी स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती की जरूरतें बदलती हैं।
विटामिन बी 12
यह विटामिन शरीर की नसों और रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखता है। बुजुर्गों की उम्र बढ़ने के साथ शरीर के लिए B12 को अवशोषित करना कठिन होता जाता है। शाकाहारी लोगों में विटामिन B12 की कमी होने का जोखिम ज्यादा होता है, क्योंकि यह विटामिन पशु-आधारित फूड्स तक ही सीमित होता है, जबकि विटामिन B12 ज्यादातर अंडे, मछली, मांस, मुर्गी और डेयरी उत्पादों जैसे उत्पादों में पाया जाता है।
विटामिन बी6
यह विटामिन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक है। यह मस्तिष्क और तंत्रिका कोशिकाओं के बीच कनेक्शन के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करता है। विटामिन बी6 सप्लीमेंट का उपयोग डायबिटीज, गठिया और याददाश्त के इलाज के लिए भी किया जाता है। विटामिन बी6 बीफ लिवर, चिकन ब्रेस्ट, मछली, गैर-खट्टे फलों और आलू और अन्य स्टार्च वाली सब्जियों में पाया जाता है।
विटामिन बी9
विटामिन बी9 फोलेट या फोलिक एसिड के रूप में भी जाना जाता है। यह विटामिन 60 से अधिक उम्र के लोगों में याददाश्त खोने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है या रोक सकता है। विटामिन बी9 कार्बोहाइड्रेट को एनर्जी में बदलने में भी मदद करता है। यह संतरे जैसे फलों और ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और पालक जैसी सब्जियों में पाया जा सकता है। यह नट्स, बीन्स और मटर में भी पाया जा सकता है।
विटामिन डी
यह विटामिन हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है, जो कि बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि ऑस्टियोपोरोसिस और कमजोर हड्डियां गिरने को और भी खतरनाक बना देती हैं। शोध के अनुसार, विटामिन डी के स्वस्थ स्तर को बनाए रखने से शुगर, हार्ट रोग और सूजन के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। विटामिन डी फैटी मछली, मछली के जिगर के तेल, फोर्टिफाइड दूध और दूध उत्पादों और फोर्टिफाइड अनाज में पाया जा सकता है। इसके अलावा विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत धूप भी है।
कैल्शियम
कैल्शियम मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए महत्वपूर्ण है। यह खनिज बुजुर्गों के लिए बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि कैल्शियम के कमी के चलते वरिष्ठ नागरिकों को हड्डियों के फ्रैक्चर का सामना करना पड़ सकता है। कैल्शियम प्राकृतिक रूप से दूध और दूध से बने उत्पादों, नरम हड्डियों वाली डिब्बाबंद मछली, केल जैसी गहरे हरे पत्तेदार सब्जियों आदि में पाया जाता है।
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