डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसे कंट्रोल करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। शरीर में शुगर का लेवल एक बार बढ़ जाए तो खानपान से लेकर लाइफस्टाइल तक में बदलाव करना पड़ता है। हालांकि, ऐसे नहीं है कि शुगर लेवल कंट्रोल नहीं किया जा सकता है, लेकिन कुछ आयुर्वेदिक उपायों के जरिए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। शुगर को कंट्रोल करने के लिए रसोई में रखा ये मसाला बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट निखिल वत्स ने बताया कि त्रिफला का सेवन शुगर को कंट्रोल करने के लिए बहुत ही असरदार होता है।
निखिल वत्स के अनुसार, त्रिफला एक शक्तिशाली फूड है, जो तीन फलों, अम्लाकी, बिभीतकी और हरीतकी से बना है। त्रिफला का सेवन शरीर को कई फायदे पहुंचाता है। त्रिफला नाम का अर्थ ही ‘तीन फल’ है। इसका नियमित सेवन करने से लंबे समय तक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। त्रिफला एक ऐसा आयुर्वेदिक हर्ब है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में कई बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है। त्रिफला न सिर्फ पाचन से लेकर शुगर कंट्रोल करने के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए त्रिफला के फायदे
त्रिफला, काली हरड़, बहेड़ा और आंवले को मिलाकर तैयार किया जाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए त्रिफला किसी रामबाण से कम नहीं है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करते हैं। ये इंसुलिन का प्रोडक्शन बढ़ता है और इंसुलिन डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
त्रिफला को देसी घी के साथ खाएं
शुगर कंट्रोल करने के लिए त्रिफला का सेवन कई तरह से किया जा सकता है। त्रिफला को देसी घी के साथ मिलाएं और फिर इसे गर्म पाने के साथ सेवन करें। ये शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने के लिए बहुत ही असरदार हो सकता है। इससे बॉडी को डिटॉक्सिफाई करने में मदद मिलती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और शुगर लेवल कंट्रोल रहता है।
छाछ में साथ करें सेवन
त्रिफला का सेवन छाछ के साथ भी किया जा सकता है। इससे सेहत को काफी फायदा मिलेगा। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और डाइजेशन सिस्टम भी अच्छा होता है। डायबिटीज के मरीज खाने के बाद 1 गिलास छाछ में 1 चम्मच त्रिफला मिलाकर पिएं।
त्रिफला काढ़ा
डायबिटीज के मरीजों के लिए त्रिफला का काढ़ा बहुत ही फायदेमंद होता है। त्रिफला का काढ़ा शुगर के साथ-साथ और अन्य कई बीमारियों से बचाने में असरदार होता है।
पाचन तंत्र मजबूत
त्रिफला कब्ज, एसिडिटी और पेट की अन्य समस्याओं में राहत देता है। यह पाचन तंत्र को सुधारने और आंतों को साफ रखने में मदद करता है। त्रिफला नियमित मल त्याग और बैलेंस गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को बढ़ावा देने में सहायता करता है। इसके सेवन से पाचन की समस्याओं से राहत मिलती है।
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