हमारे आसपास कई प्रकार के पेड़ पौधे हैं जो न सिर्फ सुंदरता को बढ़ाते हैं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटी, पेड़-पौधों और फूल-पत्तियों का जिक्र किया गया है, जिनके इस्तेमाल से गंभीर से गंभीर बीमारियों से राहत मिलती है। इन्हीं में से एक है परिजात का पौधा है, जो पेट की समस्या से लेकर शुगर तक कंट्रोल करने में मददगार होता है।
आयुर्वेद एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, परिजात को हरसिंगार के नाम से भी जाता है। हरसिंगार का उपयोग हर्बल टी के रूप में बहुत ही फायदेमंद होता है। परिजात पेट की समस्या से लेकर शुगर कंट्रोल करने में भी लाभकारी होता है। इसके साथ ही यह खांसी, कफ और बलगम की समस्या से भी राहत दिलाता है। इसका उपयोग चाय और काढ़ा बनाकर किया जा सकता है।
परिजात के फायदे
- शुगर कंट्रोल
- जोड़ों के दर्द से राहत
- पेट की समस्या से छुटकारा
शुगर के लिए लाभकारी
परिजात पौधे के फूल शुगर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इनका उपयोग टाइप 2 मधुमेह के इलाज में किया जाता है। ये फूल ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करते हैं। परिजात के फूलों को रात के समय पानी में उबाल लें। पानी को छान लें और अगले दिन दोपहर और शाम को उस पानी को पिएं। इसे पीने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा।
जोड़ों के दर्द का रामबाण इलाज
आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, परिजात के फूल, पत्तियां, छाल या टहनी को मिलाकर 200 ग्राम पानी में उबाल लें और इसका काढ़ा बनाकर नियमित रूप से पिएं। इससे जोड़ों का दर्द कम हो जाता है।
ठंड से जुड़ी समस्याओं से राहत
सर्दियों में कई लोगों को सर्दी, खांसी, गले में खराश और अन्य समस्याएं हो जाती हैं। कुछ लोगों को अस्थमा जैसी समस्या भी होती है। सांस की ऐसी समस्या वाले लोग परिजात की पत्तियों और फूलों से बनी चाय पी सकते हैं। इसमें शहद मिलाएं और रोजाना पिएं। यह फेफड़ों में जमा कफ को कम करता है। ठंड से जुड़ी सभी समस्याओं को कम करता है।
इसके अलावा सर्दियों में हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए चौलाई का साग भी बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है और हड्डियों को मजबूत किया जा सकता है।