महिलाओं को अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। बॉडी को हेल्दी रखने के लिए बॉडी में जरूरी पोषक तत्वों का होना जरूरी है। बचपन से लेकर जवानी और बढ़ती उम्र तक महिलाओं को कई फेस से गुज़रना पड़ता है। 13-14 साल की उम्र में पीरियड,उसके बाद बच्चे का जन्म और फिर मेनोपॉज जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

महिलाओं की बॉडी में होने वाले ये बदलाव महिलाओं की बॉडी पर काफी असर डालते हैं, अगर ऐसे में ठीक डाइट का सेवन नहीं किया जाए तो बॉडी कमजोर होने लगती है और कई तरह की बीमारियां परेशान करने लगती हैं।

महिलाओं की बॉडी में होने वाले पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए सीड्स का सेवन बेहद जरुरी है। सीड्स का नाम आता है तो हमारे ज़हन में चिया सीड्स, कद्दू के बीज और फ्लैक्स सीड्स का नाम ही सबसे पहले आता है। आप जानते हैं कि एक और बेहतरीन सीड्स हैं जिसे हलीम के बीज के नाम से जाना जाता है। हलीम के सीड्स का सेवन महिलाओं की बॉडी पर जादुई असर करते है। इन सीड्स का सेवन करने से पीरियड से लेकर मेनोपॉज के दौरान होने वाली समस्याओं का उपचार होता है।

हलीम के बीज ऐसे सुपरफूड्स है जिसमें फ्लेवोनोइड्स, फोलिक एसिड,विटामिन-ए,विटामिन सी और विटामिन ई भरपूर मौजूद होता है जो बॉडी में होने वाली पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं। इन बीजों का सेवन करने से इम्युनिटी में सुधार होता है और बॉडी का संक्रमण से बचाव होता है। इसका सेवन करने से बुखार,सर्दी और गले में खराश जैसी बीमारियां दूर होती हैं। पीरियड के दौरान होने वाले दर्द से निजात दिलाने में ये बीज असरदार हैं।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर रुपाली जैन के मुताबिक हलीम के बीज आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर औषधी है। आयुर्वेद के मुताबिक इन बीज का सेवन करने से बॉडी की कमजोरी और थकान दूर होती है और बॉडी हेल्दी रहती है।

थकान और कमजोरी का करते हैं उपचार

हलीम के बीज बॉडी में होने वाली थकान और कमजोरी को दूर करते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक इसमें वो सभी पोषक तत्व मौजूद हैं जो बॉडी को ताकत देते हैं और कमजोरी को दूर करते हैं। आयुर्वेद में इन सीड्स को बलपुष्टि विवर्धनम का नाम दिया गया है। ये बॉडी पर टॉनिक की तरह असर करते हैं,इसे खाने से बॉडी को बल मिलता है।

बच्चों की हाइड बढ़ाने के लिए बेहतरीन टॉनिक है

कम उम्र के बच्चे जिनकी हाइट नहीं बढ़ रही वो इन बीज का सेवन करें। ये बीज बच्चे खाएं तो उनकी हाइट बढ़ सकती है। बच्चों को इसे खाने में कोई दिक्त नहीं होती है। इसका सेवन दूध के साथ या फिर खीर बनाकर कर सकते हैं। ये स्वाद में अच्छे लगते हैं।

जोड़ों के दर्द का करते हैं उपचार

आयुर्वेद के मुताबिक इन सीड्स का सेवन करने से जोड़ों का दर्द, कमर दर्द,ऐंठन होने पर इन सीड्स का सेवन कर सकते हैं।

डिलीवरी के बाद गर्भाष्य की करते हैं सफाई

महिलाओं के लिए ये बीज बेहद असरदार साबित होते हैं। अगर महिलाएं डिलीवरी के बाद इन सीड्स का सेवन करें तो गर्भाष्य की सफाई होती है। डिलीवरी के बाद महिलाओं के गर्भाष्य में जो भी स्राव रुक जाता है ये बीज उस गंदगी को बाहर निकालते हैं। इसका सेवन करने से बॉडी पेन से बचाव होता है और बॉडी हेल्दी रहती है।