फाइबर हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जो हमारी बॉडी के साथ-साथ पेट की हेल्थ को ठीक रखने के लिए बेहद जरूरी है। फ़ाइबर का सेवन करने से पाचन ठीक रहता है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। आंत की सेहत को दुरुस्त करने के लिए और पेट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए फाइबर बेहद ज़रूरी है। दिल को हेल्दी रखने में और ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में फाइबर दवाई की तरह असर करता है। हाई BP को कंट्रोल करने में फाइबर जरूरी है। उम्र के मुताबिक हर इंसान की फाइबर की रिक्वायरमेंट अलग अलग होती है।
फंक्शनल मेडिकल एक्सपर्ट और सेलेब्रिटी कोच विजय ठक्कर ने बताया कि हर इंसान को अपनी उम्र के मुताबिक रोज़ाना फाइबर का सेवन करना चाहिए। डाइटरी फाइबर प्लांट बेस पोषक तत्व है जो हेल्दी और बैलेंस डाइट का हिस्सा है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि भारत में लोग डाइटरी फाइबर का सिर्फ 15 ग्राम ही उपभोग करते हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) हर उम्र के लोगों के लिए फाइबर की अलग-अलग मात्रा का सेवन करने की सलाह देती है। आइए जानते हैं कि उम्र के मुताबिक बच्चे से लेकर बूढ़ों तक को कितने फाइबर की जरूरत होती है और इस रिक्वायरमेंट को पूरा करने के लिए फाइबर रिच सॉर्स कौन-कौन से हैं?
उम्र के मुताबिक कितने फाइबर का सेवन है जरूरी
1 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को प्रति दिन 14 से 31 ग्राम फाइबर खाना चाहिए।
50 से कम उम्र की महिलाएं रोजाना 25 से 28 ग्राम फाइबर का करें सेवन
50 से कम उम्र के पुरुष रोजाना 31 से 34 ग्राम फाइबर खाएं
51 वर्ष और उससे अधिक उम्र की महिलाएं रोजाना 22 ग्राम फाइबर का करें सेवन
51 वर्ष और उससे अधिक उम्र के पुरुष प्रति दिन 28 ग्राम फाइबर का करें सेवन
फाइबर गट हेल्थ को कैसे ठीक करता है?
फाइबर पाचन क्रिया को ठीक करता है। पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए सही मात्रा में फाइबर का सेवन जरूरी है। फाइबर पाचन को ठीक करता है,आंतों की गंदगी को साफ करता है। इसका सेवन करने से आंत में गुड बैक्टीरिया को संतुलित करने में मदद मिलती है। फाइबर रिच डाइट पेट लम्बे समय तक भरा रखती है और वजन भी कंट्रोल करती है। घुलनशील फाइबर पानी में घुलकर जेल जैसा पदार्थ बनाता है जो आंत के संकुचन में सुधार करता है। इसका सेवन करने से गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स जैसी पाचन से संबंधित परेशानियों से निजात मिलती है। फाइबर का सेवन करने से कब्ज से निजात मिलती है और गट हेल्थ दुरुस्त रहती है।
फाइबर रिच फूड्स
- साबुत अनाज जैसे गेहूं, ब्राउन राइस, जई, जौ, और बाजरा और रागी।
- दालें और फलियां में दाल, सेम, छोले और मटर फाइबर का बेहतरीन स्रोत हैं।
- सेब, केला, संतरा, नाशपाती और जामुन जैसे फलों का करें सेवन
- सब्जियों में खासतौर पर बीज वाली सब्जियां
- हरी पत्तेदार सब्जियां, जैसे पालक, सलाद, और मेथी के पत्तों का करें सेवन।