Walking Benefits: समय के साथ लोगों की आदतों में कई बदलाव आए हैं। सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे के बीच डेस्क जॉब करने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अपने करियर पर ध्यान रखने के चक्कर में अधिकतर लोग अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पाते, जिससे शरीर में चर्बी बढ़ने लगती है। आज के भागदौड़ भरे लाइफस्टाइल में मोटापा एक आम समस्या बन गई है और इसके चलते ही शुगर और ब्लड प्रेशर जैसी कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। वेट लॉस करने के लिए कई लोग जिम में मेहनत करते है कई अन्य तरीके अपनाते हैं। हालांकि, एक्सपर्ट के अनुसार वेट लॉस का सही तरीका, सही डाइट, कैलोरी कंट्रोल और नियमित व्यायाम है।

एक शोध (NIH) के अनुसार, रोजाना 30 मिनट चलने से व्यक्ति में हार्ट डिजीज का खतरा 35 प्रतिशत तक कम होता है। अगर कोई सुबह की ताजी हवा और मेटाबॉलिज्म की शुरुआत अच्छी करता है तो इससे पूरा दिन एनर्जी और फोकस में बिताया जा सकता है। अगर, आप भी मोटापा कंट्रोल करना चाहते हैं तो 6-6-6 वॉकिंग रुटीन बहुत ही लाभकारी साबित हो सकता है। आइए जानते हैं क्या है यह ट्रेंडिंग 6-6-6 Walking routine और यह कैसे काम करता है। वेट लॉस के लिए 6-6-6 वॉकिंग रूटीन के फायदे?

6-6-6 वॉकिंग रूटीन क्या है?

आज के समय में हर दिन 10 हजार स्टेप्स चलने के साथ-साथ ये 6-6-6 वॉकिंग रूटीन बहुत ही लोकप्रिय हो रहा है। ये हफ्ते में 7 दिन चलने के बजाय सप्ताह में केवल 6 दिन चलता है, लेकिन इसमें हर रोज सुबह 6 बजे 6 किलोमीटर चलना होगा। इससे पहले, आपको 6 मिनट तक वार्म अप करना होगा। यह कार्य 60 मिनट के भीतर किया जाना चाहिए। यह पूरे शरीर को क्रियाशील रखता है और मोटापे व अन्य समस्याओं को कंट्रोल में रखता है।

6-6-6 वॉकिंग रूटीन के फायदे

6-6-6 वॉकिंग रूटीन का नियमित अभ्यास किया जाए तो यह मोटापे, शुगर और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से बचा सकता है। यह दिनचर्या न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार लाएगी, बल्कि आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक परिणाम दिखाएगी। इस रूटीन को फॉलो करने से लाइफस्टाइल पर बहुत ही असर पड़ता है।

हार्ट के लिए फायदेमंद

666 नियम के साथ चलने से आपका दिल मजबूत होता है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। इससे हार्ट संबंधी बीमारियों जैसे ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और दिल के दौरे के जोखिम को कम करने में भी मदद मिलती है। यह उन लोगों के लिए भी बहुत उपयोगी है जो अपना वजन कम करना चाहते हैं। इससे आपके शरीर में वसा कम करने की प्रक्रिया तेज हो जाती है।

दिमाग के लिए अच्छी

अगर, आप पहले से ही कई प्रकार की मानसिक समस्याओं से पीड़ित हैं, तो आज से ही पैदल चलने की प्रक्रिया शुरू करना एक अच्छा विचार है। इससे आपको अपने डेली कार्यों को ज्यादा एनर्जेटिक तरीके से करने में मदद मिलेगी। पैदल चलने से मस्तिष्क में एंडोर्फिन प्रक्रिया स्वाभाविक रूप से सक्रिय हो जाती है। इससे हार्मोन के स्राव से तनाव कम करने में भी मदद मिलती है और शरीर पूरे दिन एनर्जेटिक रहता है।

पाचन तंत्र मजबूत

सुबह या शाम की सैर पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह गैस, कब्ज, अपच जैसी समस्याओं को दूर करता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। इससे मोटापे की समस्या नहीं बढ़ेगी। हड्डियों और जोड़ों के लिए फायदेमंद होता है। लगातार 6 किलोमीटर पैदल चलने से हड्डियों की मजबूती बढ़ती है और गठिया जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है।

इसके अलावा योग गुरु और टीवी पर्सनालिटी डॉक्टर हंसा योगेंद्र ने बताया कि आंतों और पेट को हेल्दी रखने के लिए दही और छाछ, प्याज और लहसुन, साबुत अनाज और हरी सब्जियों का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।