खुशी और गम जिंदगी का हिस्सा है। जब जिंदगी में सबकुछ मन मुताबिक चलता है तो हम दिल से खुशी महसूस करते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनकी जिंदगी में सबकुछ नॉर्मल रहता है फिर भी वो रूठे-रूठे और उदास रहते हैं। आप जानते हैं कि इस उसादी का कारण क्या है। जी हां डाइट में पोषक तत्वों की कमी आपको उदास बना सकती है। उदास रहने की ये आदत आपको धीरे-धीरे तनाव में धकेल देती है। संतुलित डाइट ना सिर्फ शरीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है बल्कि ये मानसिक हेल्थ में भी सुधार करती है।

अवसाद से लेकर चिंता तक की अधिकांश मानसिक स्वास्थ्य स्थितियां मस्तिष्क में सूजन के कारण होती हैं जिसके कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं मर जाती हैं। इस सूजन की जड़ हमारी आंत है। जब विटामिन, खनिज, प्रोबायोटिक्स, ओमेगा -3 फैटी एसिड, जिंक जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होने से बॉडी से लेकर मस्तिष्क तक पर इसका असर पड़ता है।

पोष्टिक आहार हमारे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को दुरुस्त रखता है और हमारी मानसिक सेहत में सुधार करता है। आप भी हर वक्त उदास रहते हैं तो सबसे पहले अपनी डाइट में सुधर करें। पोषण विशेषज्ञ और कल्याण विशेषज्ञ करिश्मा शाह ने अपने हालिया इंस्टाग्राम पोस्ट में 3 प्रकार की पोषण संबंधी कमियों के बारे में बात की है जो हमारे मूड को प्रभावित कर सकती हैं। डाइट में 3 प्रमुख पोषक तत्वों को शामिल करके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।

जिंक:

जिंक की कमी से हिप्पोकैम्पस और मस्तिष्क का प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स बदल जाता है। इस पोषक तत्व की कमी के कारणों में पाचन खराब रहता है और मूड स्विंग की संभावना ज्यादा रहती है। जिंक से भरपूर फूड्स में उच्च खाद्य पदार्थ सीप और शंख, चिकन, बादाम, पालक, कोको शामिल है।

विटामिन बी 6:

मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए विटामिन बी 6 बेहद उपयोगी है। ये विटामिन मूड को प्रभावित करने वाले हार्मोन सेरोटोनिन और डोपामाइन हार्मोन के स्राव को प्रभावित करता है। बॉडी में इस जरूरी पोषक तत्व की कमी होने से मूड में चिड़चिड़ापन, थकान, भ्रम की स्थिति, चिंता और अवसाद के लक्षण सामने आते हैं। बॉडी के लिए जरूरी इस पोषक तत्व की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में सेम, मेवा, पत्तेदार साग, अंग मांस और समुद्री भोजन का सेवन करें।

एंटीऑक्सिडेंट:

एंटी-ऑक्सिडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करने में मददगार हैं। ये अवसाद और चिंता को दूर करता है बॉडी को हेल्दी रखता है साथ मानसिक बीमारियों का भी उपचार करता है। एंटी-ऑक्सिडेंट की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में रंग-बिरंगे फलों और सब्जियों का सेवन करें। इन फलों और सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मौजूद होते हैं। इन फलों और सब्जियों का सेवन अवसाद को कम करता है।