सुपरस्टार शाहरुख खान ने जब 90 के दशक में अपने करियर की शुरुआत की, तो उन्हें इस बात का जरा भी इल्म न था कि वह एक दिन इतने बड़े सुपरस्टार बन जाएंगे। एसआरके ने बताया था कि कई बार ऐसा हुआ जब उन्होंने अपने करीबियों को बताया कि वह हीरो बनना चाहते हैं, तो उनका मजाक उड़ाया गया। उस वक्त शाहरुख खान की मां ही थीं जो उनका प्रोत्साहन बढ़ाती थीं और कहती थीं कि ‘मेरे बेटे ने कहा है तो वो हीरो जरूर बनेगा’।
शाहरुख खान ने ऐसा ही एक किस्सा सुनाया था। एक इवेंट पर पहुंचे शाहरुख खान ने यंगस्टर्स का मनोबल बढ़ाते हुए कहा था- ‘मैं अपना उदाहरण दूंगा। क्योंकि मुझे लगता है कि मैं वो इंसान हूं जो लोगों को पॉजिटिविटी दे सकता हूं और बेहतर इंसान बनने के लिए बढ़ावा दे सकता हूं। क्योंकि मेरे साथ जिंदगी में बहुत अच्छा हुआ है। मैंने ड्रीम लाइफ जिया है। जब मेरी शुरुआत हुई तो मुझे उस वक्त सिर्फ एक्टिंग का शौक था।’
शाहरुख ने बताया था- ‘ऐसा नहीं था कि मैं बहुत अच्छी एक्टिंग करता था। एक्टिंग अच्छी नहीं थी मेरी। ऐसा भी नहीं था कि मैं टैलेंटेड था, विराट कोहली के पास टैलेंट है, सचिन तेंदुलकर के पास वो टैलेंट है। दिलीप साहब के पास वो है, वे बड़े एक्टर हैं। जब मैंने सबको बताया कि मुझे एक्टिंग का शौक है तो सबने कहा कि ‘तुम्हारी नाक खराब है, तुम इतने लंबे नहीं हो, तुम बोलते बहुत तेज हो, तुम सांवले रंग के हो। तो तुम हीरो नहीं बन पाओगे यार।’
शाहरुख ने कहा था- ‘ये बात मुझे बहुत बड़े-बड़े लोगों ने कही और ये मुझे शायद सुनना चाहिए था। तो मैं सबको कहता था कि यार वो सब तो ठीक है पर मुझे एक्टिंग करने का शौक तो है। वो मैं नहीं मार सकता, वो मैं करता रहूंगा। तो दिल में इस बात का जज्बा था कि मैं एक्टिंग जरूर करूंगा और ठीक है ना यार नहीं लगता हीरो, नहीं आता डांस। कोरियोग्राफर कुछ तो करवा देगा। कुछ तो हो जाएगा।’
शाहरुख ने कहा था- ‘मुझे लगता है ये जो हमारा जजमेंटल नेचर है आज बहुत बढ़ता जा रहा है। मैं सभी यंगस्टर्स से कहना चाहूंगा कि मुझे लगता है कि हम बहुत ज्यादा जजमेंटल होते जा रहे हैं। कभी कभी जो कमेंट्स मैं पढ़ता हूं उसमें ‘तुम कितने खराब हो’ ये कहने की जल्दी में लोग रहते हैं। क्या ये करने से आप थोड़ा रुक सकते हो? ये देखो कि आप कितने अच्छे हो? हर बुरी चीज में कुछ अच्छा ढूंढने की कोशिश करो।’
