मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान निर्णायक बनने से परहेज करते हैं, उनके अनुसार वह कमजोर दिल वाले इंसान हैं, इसलिए वह किसी शो या प्रतियोगिता के निर्णायक बनना पसंद नहीं करते।
शाहरुख जल्द ही अपनी फिल्म ‘हैप्पी न्यू ईयर’ की टीम के साथ जी टीवी के शो ‘दिल से नाचें इंडियावाले’ में निर्णायक की भूमिका में दिखेंगे, यह शो 11 अक्टूबर को प्रसारित होगा। यह फिल्म के प्रचार से संबंधित है।
शाहरुख ने गुरुवार को प्रेस सम्मेलन के दौरान कहा, ”मैं किसी के बारे में फैसला नहीं कर सकता।” ‘दिल से नाचें इंडियावाले’ के निर्णायक के रूप में फिल्म की टीम मुंबई, दिल्ली, इंदौर और अहमदाबाद की सैर करेगी और हैप्पी डांसर्स की खोज करेगी।
वे इन डांसर की खोज दूसरे में खुशियां बांटने के गुण व जज्बा देख कर करेंगे। शाहरुख ने कहा, ”मुझे लगता है कि जिन लोगों में जज्बा होता, जो हजारों-लाखों के सामने नाच सकते हैं और जिनमें कला की बारीकियों और जटिलताओं का विचार किए बिना लोगों का मनोरंजन करने की क्षमता होती है, वे महान होते हैं। मैं अच्छा निर्णायक नहीं हूं। मैं सभी को 10 में से 10 दूंगा।”
उन्होंने सौंदर्य प्रतियोगिता में बतौर निर्णायक अपने पुराने अनुभव को याद करते हुए कहा, ”मैंने वहीदा रहमान जी से कहा कि वह क्या नबंर दे रही हैं, क्योंकि मैं उनको लेकर कोई फैसला नहीं कर सकता था।” शाहरुख का कहना है कि वह शो में निर्णायक की भूमिका करने से बचते हैं और सभी से कहते हैं कि वे बहुत अच्छे हैं।