उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत एक बार फिर चर्चा में हैं। कृषि कानून रद्द होने के बाद टिकैत ने साफ कर दिया है कि उन्हें जबतक सरकार की तरफ से एमएसपी पर गारंटी नहीं मिलती है वह आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। वह अपनी मांगों को लेकर लंब समय से धरने पर बैठे हैं। इस बीच राकेश टिकैत ने एक ऐसा बयान दिया था, जिसकी चर्चा काफी लंबे से हो रही है।

राकेश टिकैत ने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘अब यूपी में ओवैसी आ गए हैं, जो बीजेपी वालों के ‘चच्चा जान’हैं। ओवैसी यूपी में बीजेपी को जिताकर ले जाएंगे. इन्हें कोई दिक्कत नहीं है।’ एक इंटरव्यू में उनसे इस बयान को लेकर सवाल पूछा गया था। ‘ABP न्यूज़’ के साथ बातचीत में उनसे पूछा गया था, ‘लोगों का कहना है कि टिकैत साहब जानबूझकर ऐसा बयान देते हैं, जिसके इर्द-गिर्द सवाल उठते हैं। हाल ही में आपने ओवैसी को लेकर चच्चा जान वाला बयान दिया था।’

इसके जवाब में टिकैत ने कहा, ‘आप ही बताओ, क्या औवैसी बीजेपी का ‘चच्चाजान’ नहीं है क्या? गांव के लोग कहते हैं कि ये बीजेपी के लिए काम कर रहा है। अब तो वैसे भी जिन्ना का भूत चलेगा देश में और कट्टरवाद चलेगा। अब भले ही सरकार कितना मना कर ले, लेकिन अंदर से सच्चाई सबको पता चल रही है। हम बीजेपी को न हराना चाहते हैं और न ही जिताना चाहते हैं। हम देश के प्रधानमंत्री को हराकर कहां जाएंगे? प्रधानमंत्री ने ज्यादा मीठी भाषा का इस्तेमाल किया है। हमें इस मीठी भाषा पर थोड़ा शक तो हो रहा है।

राकेश टिकैत से अगला सवाल पूछा गया था, ‘क्या आपको विश्वास था कि प्रधानमंत्री मोदी टीवी पर आकर ऐसे अचानक कानून रद्द कर देंगे। जब आपने पहली बार सुना तो आपका क्या जवाब था?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘इसमें रिएक्शन जैसी क्या बात हो गई। ये कानून तो वापस होने तय थे। हमें बिल्कुल उम्मीद थी कि सरकार कानूनों को वापस करेगी। हमने किसी पार्टी को झुकाया नहीं है। ये हमारे मुद्दों की लड़ाई है। हम लोग तो चाहते हैं सरकार हमारी बात को मान जाए और हम लोग अपने घर लौट जाएं।’