मुंबई कोर्ट (Mumbai Court) ने 13 दिसंबर को दिग्गज गीतकार और लेखक जावेद अख्तर (Javed Akhtar) के खिलाफ समन जारी किया है। जावेद अख्तर ने 2021 में एक टीवी इंटरव्यू के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस मामले में उनके खिलाफ वकील संतोष दुबे ने शिकायत दर्ज की थी।
बता दें कि जावेद अख्तर ने पिछले साल अगस्त में आरएसएस को लेकर टिप्पणी की थी। जिसके बाद वकील संतोष दुबे ने अगस्त में जावेद अख्तर के खिलाफ उपनगरीय मुलुंड में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत के सामने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 499 (मानहानि) और 500 (मानहानि की सजा) के तहत शिकायत दर्ज की थी।
क्या था मामला?
बता दें कि जावेद अख्तर ने एक इंटरव्यू में आरएसएस की तुलना तालिबानियों से की थी। उन्होंने कहा था कि जो लोग आरएसएस का समर्थन करते हैं उनकी मानसिकता तालिबानियों जैसी है। जो लोग आरएसएस को सपोर्ट करते हैं, उन्हें इसपर ध्यान देना चाहिए, आरएसएस और तालिबानियों में क्या अंतर है।
वकील की शिकायत
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा था कि जावेद अख्तर ने राजनीतिक फायदे के लिए जानबूझकर आरएसएस का नाम विवादों में घसीटने की कोशिश की है। उन्होंने आसएसएस को बदनाम करने के लिए ऐसा बयान दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग संघ के साथ जुड़ना चाहते हैं, जावेद अख्तर ने उन्हें भी गुमराह करने का प्रयास किया।
इस मामले में संक्षिप्त बहस सुनने और रिकॉर्ड पर मौजूद दस्तावेजों के अवलोकन के बाद मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पीके राउत ने अख्तर को समन जारी किया। शिकायतकर्ता ने बताया कि मामला 6 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया गया, इस तारीख को अख्तर को अदालत में पेश होना है।
इस विवाद में भी घिरे जावेद अख्तर
जावेद अख्तर अक्सर अपने किसी न किसी बयान को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल ही में दिए इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने कहा था,”जब (मुस्लिम) मर्द को एक वक्त में एक से ज्यादा पत्नी रखने का हक है तो औरतों को क्यों नहीं। उन्होंने इसे बराबरी के खिलाफ बताया था। जिसके बाद लखनऊ में ऑल इंडिया शिया चांद कमेटी के प्रेसिडेंट मौलाना सैयद सैफ अब्बास नकवी ने जावेद अख्तर से माफी मांगने की मांग की है।