स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा (Kunal Kamra) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। कुणाल आए दिन कोई न कोई ट्वीट या पोस्ट शेयर करते हुए चर्चा में बने रहते हैं। इस बीच कुणाल कामरा का एक ट्वीट काफी वायरल हो रहा है जिसके चलते उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है। कुणाल कामरा ने ट्वीट कर लिखा, ‘अगर कश्मीरियों को आज इंटरनेट सुविधा दी गई होती, तो वह लोकतंत्र की हत्या को लाइव देख सकते थे।’

कुणाल कामरा के इस ट्वीट पर यूजर्स जमकर रिएक्ट कर रहे हैं। अक्षय राठी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘अगर लोकतंत्र मर चुका होता, तो आपको लगता है कि आप यह ट्वीट करने के लिए जिंदा होते?’ आस्था शास्त्री ने लिखा, ‘लोकतंत्र की मौत क्या है? लोकतंत्र की मृत्यु तब होती है जब आप जैसे लोग हमारी सरकार के हर कार्य की निंदा करते हैं और ऐसे देश के पक्ष में बात करते हैं जो हमारे देश के लिए ठीक नही है। लोकतंत्र की मृत्यु तब होती है जब आप जैसे लोग माननीय पीएम को हर काम के लिए दोषी ठहराते हैं।’

एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘कुणाल, कश्मीरियों के बारे में तो निश्चित नहीं कह सकते लेकिन आज आपके पास तो इंटरनेट है। समारोह को लाइव देखना न भूलें।’ वहीं एक अन्य ट्वीट में नरेन्द्र चौधरी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘डेमोक्रेसी की मौत … दिलचस्प शब्द इसलिए है क्योंकि ये तीन शब्द सरकार को निशाना बनाने के लिए एक सामान्य राजनीतिक उपकरण बन गए हैं। लेकिन वास्तव में, भारतीय लोकतंत्र अपने लोगों पर पनपता है और कभी मर नहीं सकता है।’

कुणाल कामरा यहीं नही रुके उन्होंने एक अन्य ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, ‘इस देश में आपकी आस्था एक राज्यसभा सीट से खरीदी जा सकती है।’ हालांकि इस ट्वीट पर भी यूजर्स उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं। ऐसा पहली बार नही है कि कुणाल कामरा अपने किसी ट्वीट को लेकर सुर्खियों में रहे हों इससे पहले कुणाल कामरा रिपब्लिक टीवी के एंकर अर्णब गोस्वामी के साथ एक फ्लाइट में सवाल-जवाब को लेकर भी काफी विवादों रहे थे। जिसके बाद कुणाल को पत्रकार के साथ दुर्व्यव्यहार का दोषी पाया गया और कुछ महीनों तक उनकी एयरलाइन यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार दोपहर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखी। इस दौरान, पीएम के साथ यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे।