भाजपा शासित राज्य गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे को लेकर राजनीतिक गलियारों में ऐसी अटकलें हैं कि संगठन और राज्य सरकार के बीच सब कुछ ठीक नहीं था, इसलिए रूपाणी को इस्तीफा देना पड़ा। उनके इस्तीफे पर कांग्रेस की तरफ़ से कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीजेपी पर तंज कसते हुए उसे ‘भयानक झगड़ा पार्टी’ करार दिया है।

शनिवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में रणदीप सिंह सुरजेवाला ने 9 राज्यों का हवाला देते हुए दावा किया कि इन राज्यों में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व और राज्य के नेताओं के बीच झगड़ा चल रहा है।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘BJP- भयानक झगड़ा पार्टी.. 1. UP-योगी VS मोदी 2.राजस्थान-वसुंधरा VS मोदी 3.कर्नाटक-येदियुरप्पा VS मोदी 4.MP-शिवराज VS नरोत्तम-कैलाश 5.उत्तराखंड- तीरथ त्रिवेंद्र,धामी VS दिल्ली 6.गोवा-प्रमोद सावंत VS विश्वजीत राणे 7-हरियाणा-खट्टर VS विज 8.HP-जयराम VS अनुराग 9.गुजरात-रूपानी VS मोदी-शाह।’

रणदीप सिंह सुरजेवाला के इस ट्वीट पर ट्विटर यूजर्स उन्हें ही घेरने लगे। प्रभाकर श्रीवास्तव नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘एक नजर इधर भी….पंजाब- कैप्टन v/s नवजोत सिंह सिद्धू 2).राजस्थान- गहलौत v/s सचिन पायलट 3).छत्तीसगढ़- बघेल v/s कांग्रेस। जिसके घर कांच के होते हैं वो दूसरे के घर पर पत्थर नहीं उछालते।’

एडवोकेट रमेश चंद्र नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘राजस्थान- अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट। पंजाब- कैप्टन अमरिंदर सिंह बनाम सिद्धू। छत्तीसगढ़- मुख्यमंत्री बनाम स्वास्थ्य मंत्री… इस पर आपकी क्या राय है? बाकी पब्लिक है सब जानती है।’

सारस्वत नाम के एक यूजर ने सुरजेवाला से सवाल किया, ‘सिद्धू ओर कैप्टन, गहलोत ओर पायलट तो फ्रैंडली मैच खेल रहे हैं?’ रमन पांडे नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘जो पार्टी 2 साल से अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुन पा रही है उसको तो किसी दूसरी पार्टी के बारे में बोलना ही नहीं चाहिए। एक कहावत है कि सूप तो सूप चलनिओ हंसे जेहमे बहत्तर छेद।’

धर्मेंद्र मिश्र नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘सुरजेवाला जी आप अच्छे प्रवक्ता हैं लेकिन जब अपने घर कांच के हो तो दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकते हैं। आप राहुल गांधी जी और प्रियंका गांधी जी को कांग्रेस शासित प्रदेशों की स्थिति बताएं तो हम समझते हैं कि आप एक योग्य राजनेता हैं। क्योंकि कांग्रेस की स्थिति बहुत खराब है।’