भाजपा छोड़ टीएमसी का दामन थामने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। तस्वीर देख कर लोग तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। स्टैंडअप कॉमेडियन राजीव निगम ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है।

राजीव निगम ने ममता की पार्टी को घेरते हुए लिखा- ‘ज़्यादा सफाई देने वाली नई टेक्नोलॉजी वाली वाशिंग मशीन, TMC’। कॉमेडियन ने फेसबुक पर एक पोस्ट में बाबुल सुप्रियो और ममता बनर्जी की मुलाकात की फोटो साझा करते हुए लिखा- ‘बीजेपी के बाद नई वॉशिंग मशीन आई है बंगाल में, टीएमसी। इसमें भी सारे दाग धुल जाते हैं। बाबुल सुप्रियो के दाग धोते हुए ममता दी।’

पत्रकार विजेता सिंह ने भी बाबुल सुप्रियो और ममता बनर्जी की तस्वीर को साझा करते हुए टिप्पणी की,’वॉशिंग मशीन।’ पत्रकार साक्षी जोशी ने लिखा- ‘टाइड सफेदी’।

गुड्डी नाम की यूजर ने लिखा- ‘एक बात समझ नहीं आती, लोग यकीन कैसे कर लेते हैं? ये पार्टी अच्छी है या वह पार्टी अच्छी नहीं है। क्योंकि सभी एक जैसे खेल खेलते हैं। राजनीति में तो कोई अलग कैसे हो सकता हैं? अलग तो सोनू सूद जैसे इंसान हैं जो दल बदल नहीं करते। जनता की सेवा करते हैं।’ एक अकाउंट से कमेंट आया- राजनीति में ये सब अच्छा नहीं लगता, पहले टीएमसी को गाली देते थे और अब राज करने आ गए हैं।’

दरअसल, भाजपा छोड़ टीएमसी जॉइन करने वाले बाबुल सुप्रियो ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाक़ात की थी। मुलाक़ात के बाद बाबुल सुप्रियो ने ममता बनर्जी का खूब गुणगान किया और कहा था कि ‘उनकी बातें मेरे कानों में संगीत की तरह गूंज रही है।’

क्या कहा था बाबुल ने?: बाबुल सुप्रियो ने बताया था कि दीदी से उनकी मुलाकात ‘संगीतमय’ रही। सुप्रियो ने कहा- ‘मुझे दीदी से मिलकर बहुत खुशी हुई है। उन्होंने बेहद ही गर्मजोशी के साथ मेरा टीएमसी में स्वागत किया। उन्होंने मुझे पूरे मन से काम करने और पूरे दिल से गाने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने मुझे कहा कि यह पूजा (दुर्गा पूजा) का समय है और आप गाना गाइए।’

क्यों छोड़ी थी बीजेपी?: बाबुल सुप्रियो ने बीजेपी में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद राजनीति से दूरियां बनाने की घोषणा कर डाली थी। सुप्रियो ने एक इंटरव्यू में अपने दिल की बात कहते हुए कहा था कि जुलाई में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद वे दुखी महसूस कर रहे थे। इसलिए उन्होंने राजनीति छोड़ने की घोषणा कर दी थी। लेकिन उनकी इच्छा दोबारा से राजनीति में लौटने की थी और इसके लिए वह एक अच्छे मौके की तलाश कर रहे थे। वह मौका उन्हें टीएमसी में मिला।