सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी और अन्य सह-आरोपियों को अंतरिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अर्नब गोस्वामी को रात जेल से रिहा कर दिया गया। अर्नब गोस्वामी की रिहाई के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। अर्नब गोस्वामी की रिहाई के मामले में वकील रिजवान सिद्दीकी ने देश के अटॉर्नी जनरल को आवेदनपत्र लिखकर स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ न्यायालय की अवमानना की आपराधिक कार्यवाही शुरू करने की मांग की है।
अर्नब गोस्वामी की अंतरिम जमानत के बाद कुणाल कामरा ने ट्वीट करते हुए लिखा था,’जिस गति से सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों को ऑपरेट करती है यह समय है कि महात्मा गांधी के फोटो को हरीश साल्वे के फोटो से बदल दिया जाए।’
एक अन्य ट्वीट में कुणाल कामरा ने लिखा,’डीवाई चंद्रचूड़ एक फ्लाइट अटेंडेंट हैं जो प्रथम श्रेणी के यात्रियों को शैम्पेन ऑफर कर रहे हैं क्योंकि वो फास्ट ट्रैक्ड हैं। जबकि सामान्य लोगों को यह भी नहीं पता कि वो कभी चढ़ या बैठ भी पाएंगे, सर्व होने की तो बात ही नहीं है।’
कुणाल कामरा के इन ट्वीट्स को न्यायालय की अवमानना माना जा रहा है।
कुणाल पहले भी आ चुके हैं विवादों में
ऐसा नहीं है कि स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा पहली बार विवाद में आए हों। इससे पहले कुणाल कामरा ने इंडिगो की मुंबई से दिल्ली आ रही फ्लाइट में रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को कायर कह दिया था। कुणाल कामरा ने अर्नब गोस्वामी से बदतमीज लहजे में कुछ सवाल पूछे थे और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसके बाद इंडिगो ने कुणाल पर 6 महीने का प्रतिबंध लगा दिया था।
दरअसल रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को 4 नवंबर को मुंबई पुलिस ने उनके घर से गिरफ्तार कर लिया था। बांबे हाईकोर्ट से जमानत ना मिलने के बाद अर्नब गोस्वामी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट ने अर्नब गोस्वामी और अन्य दो आरोपियों को 50-50 हजार रुपए के निजी मुचलके पर रिहा कर दिया है।
बता दें, अर्नब गोस्वामी को 2018 के इंटीरियर डिजाइनर नाइक और उनकी मां को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में 4 नवंबर को मुंबई पुलिस ने उनके घर से गिरफ्तार किया था।