लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए सोमवार यानी 20 मई को वोटिंग होगी। इस दौरान उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर सोमवार यानी 20 मई को मतदान होगा। इसमें से 5 हाई प्रोफाइल सीटें हैं, जिन पर पूरे देश की नजर हैं। इन सीटों में रायबरेली, अमेठी, लखनऊ, फैजाबाद और कैसरगंज शामिल है।
रायबरेली में गांधी परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर
रायबरेली लोकसभा सीट पर गांधी परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर है। यहां से कांग्रेस ने इस बार सोनिया गांधी की जगह राहुल गांधी को मैदान में उतारा है तो वहीं भाजपा ने योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह पर दांव लगाया है। बसपा ने भी यादव उम्मीदवार उतारा है। बसपा ने ठाकुर प्रसाद यादव को उतारा है, जो इंडिया गठबंधन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। रायबरेली में राहुल गांधी के लिए कांग्रेस ने काफी जोर लगाया और सोनिया गांधी भी उनके प्रचार के लिए पहुंची। अब 20 मई को जनता तय करेगी कि बरेली में कौन बाजी मारेगा।
अमेठी में कांग्रेस वापसी पर लगा रही जोर
अमेठी में कांग्रेस वापसी पर जोर लगा रही है। यहां से बीजेपी ने फिर से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी उतारा है तो कांग्रेस ने गांधी परिवार के करीबी रहे केएल शर्मा को मैदान में उतारा है। अमेठी में भी गांधी परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर है।
फैजाबाद में बीजेपी बड़ी जीत की कोशिश में
फैजाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी की कोशिश ऐतिहासिक जीत हासिल करने की होगी। यहां से बीजेपी ने लल्लू सिंह को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने अवधेश प्रसाद और बसपा ने सच्चिदानंद पांडे को उम्मीदवार बनाया है। 2019 और 2014 में लल्लू सिंह ने जीत हासिल की थी।
बृजभूषण की भी प्रतिष्ठा दांव पर
कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी ने बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट दिया है। उनकी जगह पर उनके बेटे करण भूषण सिंह को मैदान में उतारा है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने भगतराम मिश्रा और बसपा ने नरेंद्र पांडे को उम्मीदवार बनाया है। बृजभूषण को अपने बेटे को जीताने का दबाव है।
राजनाथ की नजर हैट्रिक पर
लखनऊ लोकसभा सीट पर राजनाथ सिंह हैट्रिक लगाने की कोशिश में हैं। यहां से सपा ने उनके खिलाफ विधायक रविदास मेहरोत्रा को उतारा है तो वहीं बसपा ने सरवर मलिक को उतारा है। लखनऊ सीट बीजेपी का गढ़ रही है और यहां से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई भी सांसद रह चुके हैं।