पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तरप्रदेश की एक जनसभा में आवारा पशुओं को लेकर कहा था कि हम 10 मार्च के बाद नई नीति लेकर आएंगे। जिसमें पशुओं के गोबर से कमाई का प्रावधान होगा। उनके इसी बयान पर निशाना साधते हुए आप नेता संजय सिंह ने कहा कि क्या युवाओं की काबिलियत सिर्फ गोबर बेचने की है?
उत्तरप्रदेश की एक जनसभा में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने 2014 में कहा था कि हर साल 2 करोड़ नौकरी देंगे। लेकिन नौजवान सड़कों पर नौकरी मांगने निकलता है तो उसको लाठियों से पीटा जाता है। सुहागन शिक्षामित्र महिलाओं ने सिर मुंडवाकर योगी आदित्यनाथ की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
आगे संजय सिंह ने कहा कि पहले उन्होंने नौकरी देने की बात कही। लेकिन फिर कहने लगे कि नौकरी नहीं है, पकौड़ा छान लो। जब नौजवानों ने कहा कि पकौड़ा योजना भी सफल नहीं रही तो अब गोबर योजना आई है। प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तरप्रदेश के करोड़ों युवाओं का अपमान किया है। कह रहे हैं कि यूपी के नौजवान गोबर बेच कर पैसा कमाएंगे। अमित शाह का बेटा जय शाह दुबई के शेखों के साथ करोड़ों कमाएगा और यूपी का नौजवान गोबर बेचेगा?
गौरतलब है कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने उन्नाव की जनसभा में कहा था कि 10 मार्च के बाद छुट्टा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए नई व्यवस्था बनाई जाएगी। 10 मार्च को वोटों की गिनती होगी। उसके बाद जो पशु दूध नहीं देता है, उसके गोबर से भी आय हो, ऐसी व्यवस्था मैं आपके सामने खड़ी कर दूंगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह ऐलान आवारा पशुओं की समस्या को देखते हुए किया था। यूपी चुनाव में आवारा पशुओं का मुद्दा काफी बड़ा बनता जा रहा है। ग्रामीण इलाकों के साथ ही शहरी इलाकों में आवारा सांडों के हमले की वजह से कई लोगों की मौत हुई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश ने इसे चुनावी मुद्दा बनाते हुए सांड के हमले से जान जाने पर 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का भी वायदा किया है। दरअसल 2017 में उत्तरप्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश में हज़ारों अवैध बूचड़खानों को बंद कर दिया गया। जिसके बाद से प्रदेश में आवारा पशुओं की संख्या भी बढ़ी है।
