यूपी चुनाव में भाजपा पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरती दिख रही है। इसके मद्देनजर पार्टी ने बुधवार को पहले चरण के मतदान के लिए अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा समेत कुल 30 नाम शामिल हैं। हालांकि इस सूची में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी का नाम गायब है।
सूची देखें तो सबसे पहले पीएम मोदी का नाम है। उसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राधा मोहन सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी, स्मृति ईरानी, केशव प्रसाद मौर्य के नाम शामिल हैं।
हेमा मालिनी और संजीव बालियान के भी नाम: इसके अलावा यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, मुजफ्फरनगर से भाजपा सांसद संजीव बालियान, जसवंत सैनी, मथुरा सांसद हेमा मालिनी, अशोक कटारिया, सुरेंद्र नागर, जनरल वीके सिंह, भूपेंद्र सिंह चौधरी भी भाजपा के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं।

सपा को झटका: बता दें कि यूपी में सत्ता वापसी के लिए भाजपा अपना जोर लगा रही है। वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी अपनी जीत का दम भर रहे हैं। इन सबके बीच मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया। बता दें कि अपर्णा ने नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा कि मेरे लिए राष्ट्र का धर्म सबसे पहले हैं, और मैं पीएम मोदी और भाजपा की कार्यशैली से काफी प्रभावित हैं।
अपर्णा यादव ने लड़ा था 2017 में चुनाव: अपर्णा यादव मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। उन्होंने 2017 में लखनऊ की कैंट सीट से सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन वो बीजेपी की प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी से हार गई थीं।
आजमगढ़ की जनता कहेगी तो चुनाव लड़ूंगा: अपर्णा के भाजपा में शामिल होने के बाद अखिलेश यादव एक प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया को संबोधित करते हुए अपर्णा को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें (अपर्णा यादव) बधाई दूंगा और हमें खुशी है कि हमारी समाजवादी विचारधारा का विस्तार हो रहा है, मुझे उम्मीद है कि हमारी विचारधारा वहां पहुंचकर संविधान और लोकतंत्र को बचाने का काम करेगी। नेता जी (मुलायम सिंह यादव)ने उन्हें समझने की बहुत कोशिश की थी।
वहीं उन्होंने खुद के विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि मैं आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेकर ही चुनाव लडूंगा अगर चुनाव लड़ा तो क्योंकि वहां के लोगों ने मुझे जिताया था।