निर्भया गैंगरेप केस की वकील सीमा कुशवाहा ने गुरुवार को बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की मौजूदगी में उन्होंने बसपा ज्वाइन की। बता दें कि निर्भया केस में दोषियों को सजा दिलवाने के लिए सीमा कुशवाहा ने लंबी लड़ाई लड़ी थी। इस मामले में 20 मार्च 2020 को चार दोषियों को फांसी हुई थी।

बसपा की मुश्किलें: यूपी चुनाव में बसपा की सक्रियता सपा और भाजपा के मुकाबले बेहद कम दिखाई दे रही है। वहीं जी न्यूज डिजाइन बॉक्स्ड द्वारा किये गए सर्वे में पता चला है कि इस चुनाव में बसपा को 5-9 सीटें मिल सकती है। इतना ही नहीं सर्वे के मुताबिक पिछले चुनाव के मुकाबले बसपा को 12 फीसदी वोट शेयर का नुकसान झेलना पड़ सकता है।

अब भी लड़ती हैं रेप पीड़िताओं का केस: सीमा कुशवाहा की बात करें तो वो निर्भया मामले के अलावा आधा दर्जन दुष्कर्म पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कर रही है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की है। निर्भया गैंगरेप का मामला उनके करियर का यह पहला अदालती केस था। इस मामले में उन्होंने सात साल 3 महीने से अधिक समय तक कानूनी लड़ाई लड़ी।

गौर करने वाली बात यह है कि इस पूरे मामले में सीमा कुशवाहा ने सुनवाई के लिए एक भी पैसा नहीं लिया था। वह दुष्कर्म पीड़िताओं के लिए फ्री में मुकदमा लड़ने वाली संस्था ज्योति लीगल ट्रस्ट से जुड़ी हुई हैं। वह निर्भया ज्योति ट्रस्ट व महात्मा ज्योतिबा फुले ब्रिगेड की लीगल एडवाइजर भी हैं।

इंदिरा गांधी को मानती हैं आदर्श: समाज व महिलाओं के लिए किये गये कार्यों की वजह से सीमा कुशवाहा को फेम इंडिया मैगजीन एशिया पोस्ट सर्वे के 25 सशक्त महिलाएं-2020 की सूची में 20वां स्थान मिला था। इसके अलावा वकील सीमा कुशवाहा लड़कियों को उनके अधिकारों को लेकर जागरुक भी करती हैं। वो पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को अपना आदर्श मानती हैं।