उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही महीने बचे हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से ही जुड़े मुद्दे पर टीवी डिबेट के दौरान ओम प्रकाश राजभर बसपा सुप्रीमो मायावती का नारा बोलने लगे तो एंकर ने उन्हें टोक दिया। इस दौरान राजभर ने एक ही सांस में उत्तरप्रदेश में बसने वाली कई जातियों के नाम भी गिना दिए।

दरअसल आजतक न्यूज चैनल पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान एंकर चित्रा त्रिपाठी के सवाल के जवाब में सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर ने कई पिछड़ी जातियों का नाम लेते हुए कहा कि एक एक विधानसभा में इनकी संख्या 50 हजार तक है लेकिन आजतक एक सिपाही नहीं हो पाया। आगे जब एंकर ने कहा कि आप किसकी भर्ती कराना चाहते थे तो उन्होंने नारा देते हुए कहा कि जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी।

ओमप्रकाश राजभर के द्वारा यह नारा बोलने पर एंकर चित्रा त्रिपाठी ने उन्हें टोक दिया और कहा कि यह मायावती का नारा है। इसपर राजभर ने कहा कि यह मायावती का नारा था। लेकिन जब बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने संविधान लिखा तो क्या एक जाति के लिए लिखा या सभी जाति के लिए लिखा। अगर सबके लिए लिखा तो संविधान के पहले पन्ने में लिखा है कि समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय पर आधारित भारतीय संविधान। इसके बाद उन्होंने एक ही सांस में कई जातियों का नाम लेते हुए पूछा कि इनके साथ न्याय हो रहा है क्या?

इस दौरान निषाद समुदाय को आरक्षण दिए जाने को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि 10 प्रतिशत आरक्षण गरीब सवर्णों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 72 घंटे में दे सकते हैं। निषादों की रैली में लाखों लोगों को जुटाया गया और रैली से पहले आरक्षण के ऐलान की बात कही गई। लेकिन वहां अमित शाह आए और लोरी सुना दिए। विधानसभा और विधानपरिषद से इसे पास कराएं तभी कुछ होगा।

बता दें कि ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा की पकड़ राजभर समुदाय के बीच काफी मजबूत है। प्रदेश के करीब 10 जिलों में ये निर्णायक भूमिका अदा करते हैं। इन्हीं वजहों से सपा और भाजपा सहित कई बड़ी पार्टियां सुभासपा को अपने साथ लाना चाहती थी। लेकिन पिछले दिनों ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव के साथ गठबंधन का ऐलान किया।